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सुबह-सुबह उठकर करें ये 5 योग हमेशा रहेंगे निरोग

इन योगासनों को नियमित रूप से करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. यह न केवल बीमारियों को दूर रखता है बल्कि शरीर को अंदर से स्वस्थ और मन को प्रसन्न बनाता है.

सुबह-सुबह उठकर करें ये 5 योग हमेशा रहेंगे निरोग
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Yoga
( Image Source:  meta ai )
स्टेट मिरर डेस्क
By: स्टेट मिरर डेस्क

Updated on: 9 Dec 2025 12:31 PM IST

सुबह का समय स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है. यदि दिन की शुरुआत योग अभ्यास से की जाए, तो यह न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी सुधारने में मदद करता है. नियमित योग से शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति मिलती है और मन शांत रहता है. यहां बताए गए 5 योगासन को अपनी सुबह की दिनचर्या में शामिल करें और हमेशा स्वस्थ रहें.

1. सूर्य नमस्कार (Sun Salutation)

सूर्य नमस्कार 12 आसनों का संयोजन है जो पूरे शरीर की कसरत के लिए उत्कृष्ट है. यह आसन मांसपेशियों को मजबूत करने, लचीलापन बढ़ाने, और रक्त संचार को सुधारने में मदद करता है. इसे सुबह खाली पेट करने से शरीर ऊर्जा से भर जाता है.

कैसे करें:

सीधे खड़े होकर हथेलियों को जोड़ें.

सांस लेते हुए हाथों को ऊपर उठाएं और पीछे की ओर झुकें.

सांस छोड़ते हुए झुककर पैरों को छूएं.

इसके बाद, एक-एक कर सभी आसनों को क्रम में करें.

2. भुजंगासन (Cobra Pose)

भुजंगासन पेट की चर्बी घटाने, रीढ़ को मजबूत बनाने और पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करता है. यह आसन फेफड़ों की क्षमता बढ़ाने और तनाव कम करने के लिए भी प्रभावी है.

कैसे करें:

पेट के बल लेटें और हथेलियों को कंधों के नीचे रखें.

सांस लेते हुए शरीर के ऊपरी हिस्से को उठाएं.

कुछ सेकंड तक इस स्थिति में रहें और सांस छोड़ते हुए वापस आएं.

3. वृक्षासन (Tree Pose)

वृक्षासन संतुलन और एकाग्रता को बढ़ाने में मदद करता है. यह आसन पैरों की मांसपेशियों को मजबूत करता है और रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है.

कैसे करें:

सीधे खड़े हों और एक पैर को मोड़कर दूसरे पैर की जांघ पर रखें.

हाथों को ऊपर की ओर नमस्कार मुद्रा में जोड़ें.

कुछ समय तक इस स्थिति में रहें और फिर दूसरे पैर से दोहराएं.

4. प्राणायाम (Breathing Exercises)

प्राणायाम श्वास-प्रश्वास की तकनीक है जो फेफड़ों को मजबूत करने और मानसिक शांति प्रदान करने में मदद करता है. यह तनाव कम करने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में बहुत प्रभावी है.

कैसे करें:

सुखासन में बैठकर गहरी सांस लें.

नाक से धीरे-धीरे सांस छोड़ें.

अनुलोम-विलोम या कपालभाति जैसे प्राणायाम का अभ्यास करें.

5. बालासन (Child's Pose)

बालासन शरीर को आराम देने और तनाव कम करने के लिए उत्कृष्ट आसन है. यह पीठ और कंधों के दर्द को दूर करता है और मस्तिष्क को शांत करता है.

कैसे करें:

घुटनों के बल बैठें और शरीर को आगे की ओर झुकाएं.

माथे को जमीन पर टिकाएं और हाथों को आगे की ओर फैलाएं.

कुछ सेकंड तक इस मुद्रा में रहें.

नियमित योग करें, संतुलित आहार लें और भरपूर पानी पिएं. यह तीन आदतें आपको जीवनभर स्वस्थ बनाए रखेंगी.

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