महिलाएं कभी न छोड़ें इनका साथ, वरना हो सकती है बड़ी दिक्कत
सुबह से लेकर शाम तक घर से लेकर ऑफिस तक के काम करने वाली महिलाएं खुद का ध्यान देना ही भूल जाती हैं. कई बार वे अपनी डाइट में ही बेहद जरूरी चीजों को ही शामिल नहीं करती हैं.

भारतीय महिलाएं हर क्षेत्र में नए-नए कीर्तिमान रच रही हैं लेकिन एक क्षेत्र अब भी ऐसा है जहां वे अभी भी काफी पिछड़ी हुई हैं. वो है अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना. चाहे कामकाजी महिला हो या गृहिणी, दुनियाभर का ध्यान रखते-रखते वे कभी अपने पोषण पर ठीक से ध्यान नहीं देती हैं. इसका खामियाजा उन्हें बाद में भुगतना पड़ता है.
उम्र बढ़ने के साथ महिलाओं को कई प्रकार की स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. इन परेशानियों से बचे रहने के लिए जरूरी है कि आप अपने आहार की पौष्टिकता पर विशेष ध्यान देती रहें.
अपने खाने में पौष्टिक पदार्थों को जरूर शामिल करें.
विटामिन बी
विटामिन-बी (बी3, बी6, बी9, बी12) सेल्स के विकास के लिए महत्वपूर्ण है. यह पोषक तत्वों को ऊर्जा में भी परिवर्तित करता है. विटामिन बी6 महिलाओं में एनीमिया को रोकने और उसके इलाज करने में मदद करता है. इसी तरह विटामिन बी9 गर्भवती महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण विटामिन है. बी12 महिलाओं में रेड ब्लड सेल्स को बनाने में मदद करता है.
इसके लिए दही, लो फैट वाला दूध, पौधों पर आधारित खाद्य पदार्थ, पनीर, अंडे और चिकन को जरूर शामिल किया जाना चाहिए.
आयरन
खून को शरीर में ऑक्सीजन ले जाने के लिए आयरन की आवश्यकता होती है. मासिक धर्म के कारण महिलाओं में पुरुषों की तुलना में आयरन की कमी होने का खतरा अधिक होता है. आयरन की कमी एनीमिया का कारण बनती है जिससे आपको अक्सर कमजोरी-थकान, सांस की समस्या के साथ धड़कनों में अनियमितता का जोखिम रहता है.
आयरन की पूर्ति के लिए सीमित मात्रा में रेड मीट के साथ पालक, पत्तेदार सब्जियां, मेवे, सीड्स का सेवन करना चाहिए.
विटमिन डी और कैल्शियम
30 की उम्र के बाद महिलाओं में हड्डियों से संबंधित समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है. इन समस्याओं से बचाव के लिए आहार में विटामिन-डी और कैल्शियम वाली चीजों को जरूर शामिल करें. विटामिन-डी भोजन से कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है. कैल्शियम हड्डियों और दांतों की मजबूती के लिए बहुत जरूरी है.
विटामिन डी और कैल्शियम की पूर्ति के लिए संतरे, मशरूम, सोया और डेयरी उत्पादों का नियमित सेवन किया जाना चाहिए ताकि आपके शरीर में ऐसी कोई कमी न हो जिससे आप बीमार पड़ें.