सर्दी-जुकाम से लेकर जोड़ों के दर्द से आराम दिलाती है कच्ची हल्दी! जानें खाने का सही तरीका
कच्ची हल्दी सिर्फ एक मसाला ही नहीं, बल्कि एक शक्तिशाली औषधि भी है। इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो कई बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं।

Turmeric Benefits: कच्ची हल्दी सिर्फ एक मसाला ही नहीं, बल्कि एक शक्तिशाली औषधि भी है। इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो कई बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं। आइए जानते हैं कि आप कच्ची हल्दी को अपनी डाइट में कैसे शामिल कर सकते हैं:
हल्दी चाय
सामग्री:
ताजी हल्दी का एक टुकड़ा
पानी
काली मिर्च
गुड़
(वैकल्पिक) घी या नारियल का तेल
विधि:
- एक पैन में पानी उबालें।
- इसमें कच्ची हल्दी का टुकड़ा, काली मिर्च और गुड़ डालें।
- कुछ मिनट तक उबालने के बाद गैस बंद कर दें।
- आप चाहें तो इसमें घी या नारियल का तेल भी मिला सकते हैं।
- इसे छानकर गरमागरम पिएं।
- काली मिर्च और घी/नारियल का तेल क्यों?
- काली मिर्च और घी/नारियल का तेल हल्दी में मौजूद करक्यूमिन को अवशोषित करने में मदद करते हैं, जिससे इसके फायदे और अधिक बढ़ जाते हैं।
कच्ची हल्दी के फायदे:
इम्यूनिटी बढ़ाता है: हल्दी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं।
जोड़ों के दर्द में राहत: हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो जोड़ों के दर्द को कम करते हैं।
पाचन में सुधार: हल्दी पाचन को बेहतर बनाती है और कब्ज की समस्या से राहत दिलाती है।
त्वचा के लिए फायदेमंद: हल्दी त्वचा के रोगों जैसे कि मुहांसे और दाग-धब्बों को दूर करने में मदद करती है।
कैंसर से लड़ने में मददगार: हल्दी में कैंसर रोधी गुण होते हैं।