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Mpox in India : भारत में गर्भवती महिलाओं को बरतनी होगीं ये सावधानियां, नहीं तो हो सकती हैं ये समस्याएं

भारत में तेजी से एमपॉक्स संक्रमण चल रहा है. गर्भवती महिलाओं को जरूर सतर्क रहना चाहिए क्योंकि गर्भावस्था के दौरान चेचक का वायरस भ्रूण में फैल सकता है. आइए जानते हैं की किन सावधानियों को बरतने की जरूरत है.

Mpox in India : भारत में गर्भवती महिलाओं को बरतनी होगीं ये सावधानियां, नहीं तो हो सकती हैं ये समस्याएं
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संस्कृति जयपुरिया
by: संस्कृति जयपुरिया

Updated on: 13 Sept 2024 10:04 AM IST

नई दिल्ली : भारत में तेजी से एमपॉक्स संक्रमण चल रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया की यह मामला जुलाई 2022 से देश में रिपोर्ट किए गए पहले के 30 मामलों के जैसा है. ऐसे में गर्भवती महिलाओं को सतर्क रहने की जरूरत है.स्थिति को कंट्रोल करने के लिए सही उपाय को लागू करने की जरूरत हैं.

9 सितंबर, 2024 को मंत्रालय की प्रेस रिलीज में कहा गया है कि इस समय जनता के लिए किसी भी जोखिम का कोई संकेत नहीं है.

अमृता अस्पताल फरीदाबाद की वरिष्ठ सलाहकार, प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. श्वेता मेंदीरत्ता ने मीडिया को बताया कि एमपॉक्स, जिसे पहले मंकीपॉक्स कहा जाता था, एक वायरल संक्रमण है. गर्भवती महिलाओं को जरूर सतर्क रहना चाहिए क्योंकि गर्भावस्था के दौरान चेचक का वायरस भ्रूण में फैल सकता है.

गर्भवती महिलाओं के लिए क्या समस्या,जानें

डॉ. मेंदीरत्ता ने कहा कि गर्भवती महिलाएं आमतौर पर अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली में बदलाव के वजह से जल्द संक्रमित होती हैं.एमपॉक्स आसानी से नहीं फैलता है, अगर यह वायरस गर्भवती महिला को संक्रमित करता है तो यह गंभीर लक्षण पैदा कर सकता है. इन लक्षणों में बुखार, त्वचा पर चकत्ते और सूजे हुए लिम्फ नोड्स शामिल हो सकते हैं. डॉ. मेंदिरत्ता ने कहा, "यह वायरस ब्लाइंडनेस और अन्य कई संक्रमण जैसी जटिलताओं को जन्म दे सकता है."

सावधानियाँ

Mpox के संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए, गर्भवती महिलाओं को ये सावधानियाँ बरतनी होंगी-

अपने हाथों को बार-बार धोएँ और अपने चेहरे को छूने से बचें.

अगर किसी को यह वायरस हो गया है तो उससे दूरी बनाएं. साथ ही संक्रमित व्यक्ति के बिस्तर से भी दूर रहे. उनके संपर्क में आने से बचें.

यदि आपको एमपॉक्स से पीड़ित किसी व्यक्ति के आस-पास रहना है तो मास्क और दस्ताने पहनें.

एमपॉक्स के प्रकोप वाले क्षेत्रों की यात्रा करने से बचें. ऐसी जगहों पर जानें के प्लान को अभी रोक दें.

यदि आपको बुखार, चकत्ते या सूजे हुए लिम्फ नोड्स जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें. डॉ. कोप्पुला ने कहा, "यदि गर्भवती महिला एमपॉक्स के संपर्क में आती है या बुखार या त्वचा पर चकत्ते जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत चिकित्सा सलाह लेना जरूरी है."

डॉ. मेंदिरत्ता ने कहा- यदि गर्भवती महिला एमपॉक्स से संक्रमित है, तो परिवार के सदस्यों और पालतू जानवरों सहित अन्य लोगों से अलग रहना जरूरी है, जब तक कि चकत्ते और पपड़ी जैसे सभी लक्षण पूरी तरह से ठीक न हो जाएं.

डॉ. मेंदिरत्ता ने कहा कि गर्भावस्था के दौरान एमपॉक्स टीकाकरण की सुरक्षा और आवश्यकता के बारे में अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से सलाह लें.

डॉ. मेंदिरत्ता ने इस बात पर ज़ोर दिया कि हालाँकि यह याद रखना ज़रूरी है कि ये सावधानियाँ मददगार हैं, लेकिन वे रोकथाम की गारंटी नहीं देती हैं."अगर आप गर्भवती हैं और एमपॉक्स के बारे में चिंतित हैं, तो अपने डॉक्टर से चर्चा करें."

नोट- यह लेख विशेषज्ञों से प्राप्त जानकारी पर आधारित है. कोई भी दिनचर्या शुरू करने से पहले हमेशा अपने स्वास्थ्य चिकित्सक से परामर्श करें.

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