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तुमने कटऑफ क्यों किया? 32 सेकेंड में सब खत्म, मौत की चिट्ठी थी AI-171; रिपोर्ट में निकली चौंकाने वाली लापरवाही

अहमदाबाद में हुए Air India हादसे की जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि टेकऑफ के 32 सेकेंड बाद दोनों इंजन बंद हो गए थे. FAA की चेतावनी के बावजूद एयरलाइन ने कोई कार्रवाई नहीं की. पायलट की बातचीत से उड़े होश. 270 लोगों की मौत अब लापरवाही की बड़ी कीमत बन गई है. जवाबदेही तय होना बाकी है.

तुमने कटऑफ क्यों किया? 32 सेकेंड में सब खत्म, मौत की चिट्ठी थी AI-171; रिपोर्ट में निकली चौंकाने वाली लापरवाही
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( Image Source:  ANI )
नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Updated on: 12 July 2025 6:30 AM IST

12 जून को जब अहमदाबाद एयरपोर्ट से एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 ने टेकऑफ किया, तो किसी ने नहीं सोचा था कि ये उड़ान सिर्फ 32 सेकेंड की होगी. टेकऑफ के कुछ ही पल बाद विमान हवा में लड़खड़ाया और एक विशाल आग के गोले में तब्दील हो गया. अब भारतीय विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की रिपोर्ट से यह त्रासदी धीरे-धीरे स्पष्ट होने लगी है. रिपोर्ट के अनुसार, टेकऑफ करते ही विमान के दोनों इंजन अचानक बंद हो गए, जिससे यह भयानक हादसा हुआ.

AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट और ब्लैक बॉक्स के आंकड़ों से यह सामने आया कि टेकऑफ के ठीक बाद, 01:38:42 IST पर, पहले इंजन-1 का फ्यूल स्विच खुद-ब-खुद ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ हो गया. ठीक एक सेकंड बाद इंजन-2 के साथ भी यही हुआ. जब दोनों इंजनों में ईंधन की आपूर्ति अचानक बंद हुई, तो उनके रेवोल्यूशन घटने लगे और विमान की ऊंचाई गिरने लगी. ऐसे में कॉकपिट की रिकॉर्डिंग में पायलट की घबराई हुई आवाज सुनाई दी – "तुमने कटऑफ क्यों किया?", जवाब आया – "मैंने नहीं किया."

32 सेकेंड की वह खामोश तबाही

प्लेन के इंजन बंद होने के बाद, एयरक्राफ्ट 32 सेकेंड तक किसी तरह हवा में टिक पाया. इस दौरान Ram Air Turbine (RAT) एक्टिव हो गया, जो बताता है कि मुख्य पावर पूरी तरह फेल हो चुकी थी. टेकऑफ के महज आधे मिनट बाद, रनवे से 0.9 नॉटिकल मील की दूरी पर एक हॉस्टल की इमारत से टकराकर विमान जमीन पर आ गिरा. इस हादसे में प्लेन में सवार 241 लोगों की मौत हो गई. नीचे हॉस्टल में भी कई जानें चली गईं.

इंजन स्टॉप हुआ या बंद किया गया- सबसे बड़ा सवाल

इस हादसे में सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि इंजन के फ्यूल स्विच खुद ही ‘CUTOFF’ कैसे हो गए. ब्लैक बॉक्स में कोई कमांड, तकनीकी गलती या पायलट की मिस्टेक नहीं दर्ज हुई. पायलट दोनों अनुभवी थे, स्वस्थ थे, और मौसम भी साफ था – न कोई पक्षी टकराया, न कोई विजिबिलिटी की दिक्कत. ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या यह किसी सॉफ्टवेयर गड़बड़ी का नतीजा था या किसी बड़े सिस्टम फेलियर का?

FAA की चेतावनी को क्यों किया गया नजरअंदाज?

हादसे की रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि FAA (अमेरिकी उड्डयन एजेंसी) ने पहले ही एक चेतावनी दी थी कि एयर इंडिया के कुछ विमानों में फ्यूल स्विच सिस्टम में गड़बड़ी आ सकती है. लेकिन Air India ने इस चेतावनी के बाद कोई विशेष जांच नहीं करवाई. यह लापरवाही अब 270 लोगों की मौत का कारण बन गई. इससे एयरलाइन की सुरक्षा प्रक्रियाओं पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं.

अब आगे जिम्मेदारी तय करने की मांग

इस जांच रिपोर्ट ने कई दरवाजे खोले हैं – क्या यह तकनीकी चूक थी, मेंटेनेंस की लापरवाही या सिस्टमिक फेलियर? देश भर में पीड़ित परिवार अब सरकार और एयरलाइन से जवाब मांग रहे हैं. क्या इन मौतों की कीमत किसी की जवाबदेही होगी या यह हादसा भी बाकी विमान दुर्घटनाओं की तरह सिर्फ एक फाइल में सिमट जाएगा? जवाबों की तलाश अभी बाकी है, लेकिन यह तय है कि इस हादसे ने भारत के विमानन क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है.

अहमदाबाद प्लेन क्रैश
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