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'अब श्रीलंका है टूरिस्ट की...', गोवा को बदनाम कर रहा था सोशल मीडिया यूजर, हरकत में आई सरकार

एक सोशल मीडिया यूजर ने गोवा के पर्यटन के बारे में पोस्ट किया. जिसमें उसने कहा कि विदेशी पर्यटक गोवा से दूर रह रहे हैं. पहले के मुकाबले गोवा में आने वाले दिवेशी पर्यटकों की संख्या में कमी आई है. अब वह गोवा की जगह श्रीलंका को चुन रहे हैं. यूजर गोवा सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है.

अब श्रीलंका है टूरिस्ट की..., गोवा को बदनाम कर रहा था सोशल मीडिया यूजर, हरकत में आई सरकार
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( Image Source:  canva )

Goa New: गोवा कपल के लिए पहली पसंद होती है. यहां पर हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक घूमने आते हैं. इस बीच एक सोशल मीडिया यूजर ने कहा कि विदेशी पर्यटक गोवा से दूर रह रहे हैं. यूजर गोवा सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है. उसके खिलाफ पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की गई है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस संबंध में साइबर सेल पुलिस स्टेशन यूजर के खिलाफ दर्ज कराई गई है. पर्यटन अधिकारी ने कहा कि सोशल मीडिया पोस्ट 'गोवा की छवि को खराब करने के उद्देश्य से किए गए एक गुप्त एजेंडे का हिस्सा हो सकता है.'

यूजर के खिलाफ केस दर्ज

इस मामले में पणजी के साइबर अपराध पुलिस स्टेशन के पुलिस अधीक्षक को दी. जिसमें पर्यटन उपनिदेशक राजेश काले ने कहा कि वह "5 नवंबर को लगभग 3:52 बजे हुई सार्वजनिक शरारत की घटना के संबंध में औपचारिक रूप से शिकायत दर्ज कराने के लिए लिख रहे हैं." काले के अनुसार, यूजर ने "अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल के माध्यम से गलत डेटा प्रसारित किया, जिससे स्थानीय व्यवसायों को काफी परेशानी हुई और स्थानीय समुदाय में डर या चिंता पैदा हुई".

क्या है मामला?

जानकारी के अनुसार एक्स पोस्ट पर यूजर ने खुद को ऑनलाइन कानूनी शिक्षण मंच" का संस्थापक बताया है. उसके प्लेटफॉर्म पर करीब 22,500 फ़ॉलोअर्स हैं. गोवा को लेकर की गई पोस्ट में यूजर ने लिखा कि "विदेशी पर्यटक पहले ही (गोवा) छोड़ चुके हैं. 2019 बनाम 2023 के आंकड़ों को देखें तो पहले गोवा में आने वाले दिवेशी पर्यटकों की संख्या में कमी आई है. अब वह गोवा की जगह श्रीलंका को चुन रहे हैं. फिलहाल गोवा में भारतीय पर्यटक ही आ रहे हैं, लेकिन जल्द ही इसे छोड़ देने की संभावना है क्योंकि विदेशों में इतने सस्ते तुलनीय स्थान होने के बावजूद पर्यटकों के शोषण के बारे में बात फैल रही है." साथ ही एक चार्ट भी था जो बताता था कि गोवा में विदेशी पर्यटकों की संख्या घट रही है.

गोवा सरकार का बयान

मामले पर गोवा सरकार ने कहा कि यह हमें बदलान करने की साजिश है. सरकार ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि "गोवा को लंबे समय से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों तरह के पर्यटकों के लिए एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में पहचाना जाता रहा है. इस तरह के झूठे बयानों का प्रचार न केवल हमारे राज्य की प्रतिष्ठा को खतरे में डालता है, बल्कि सार्वजनिक शांति के लिए भी गंभीर खतरा पैदा करता है.

पर्यटन विभाग विशेष रूप से चिंतित है कि ये कार्य गोवा की राज्य छवि को कमज़ोर करने के उद्देश्य से एक छिपे हुए एजेंडे का हिस्सा हो सकते हैं." यूजर ने पोस्ट में चाइना इकोनॉमिक इन्फॉर्मेशन सेंटर (सीईआईसी) के आंकड़ों का हवाला दिया है. यह सरासर गलत और झूठे आंकड़े हैं.

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