Indigo फ्लाइट संकट पर बड़ी कार्रवाई: DGCA ने चार अफसर हटाए, CEO से दो दिन तक कड़ा सवाल-जवाब - 10 बातें
इंडिगो के बड़े फ्लाइट संकट के बाद DGCA ने सख्त कार्रवाई करते हुए चार फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टर्स को बर्खास्त कर दिया. ये वही अधिकारी थे जिन्हें इंडिगो की सुरक्षा, संचालन और पायलट प्रशिक्षण की निगरानी का जिम्मा दिया गया था. इसी बीच DGCA ने इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स को लगातार दो दिनों तक पेश होने के लिए बुलाया है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि आखिर क्रू की कमी से शुरू हुआ यह ऑपरेशनल कोलैप्स कैसे हजारों उड़ानों के रद्द होने तक पहुंच गया.
इंडिगो फ्लाइट संकट पर केंद्र की सख्ती आखिरकार दिखने लगी है. DGCA ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उन चार फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टर्स को बर्खास्त कर दिया है, जो सीधे तौर पर इंडिगो की संचालन व्यवस्था, सुरक्षा और अनुपालन पर नजर रखते थे. यह कदम उस समय उठाया गया है जब इंडिगो की हजारों उड़ानें रद्द होने से यात्रियों में भारी आक्रोश फैल गया था और एयरलाइन की 65% मार्केट शेयर के कारण देशभर की हवाई यात्रा लगभग ठप हो गई थी.
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इसी बीच DGCA ने इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स को लगातार दो दिन उच्चस्तरीय समिति के सामने पेश होने के लिए तलब किया है. यह समिति फ्लाइट संचालन ध्वस्त होने के असली कारणों की जांच कर रही है. उधर DGCA अब एयरलाइन के संचालन और रिफंड प्रक्रिया की भी रोजाना निगरानी कर रहा है, जबकि इंडिगो का दावा है कि उसकी उड़ानें अब लगभग सामान्य हो गई हैं और OTP फिर से 92% के ऊपर पहुंच गया है.
- DGCA ने इंडिगो फ्लाइट संकट के बाद बड़ी कार्रवाई करते हुए चार फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टर्स को तत्काल बर्खास्त कर दिया, जो सीधे तौर पर एयरलाइन की निगरानी और सुरक्षा अनुपालन के लिए जिम्मेदार थे.
- बर्खास्त किए गए अधिकारी इंडिगो की उड़ान सुरक्षा, संचालन मानकों, पायलट ट्रेनिंग और दैनिक अनुपालन पर नजर रखते थे, लेकिन DGCA ने अभी तक इस कार्रवाई का आधिकारिक कारण सार्वजनिक नहीं किया है.
- DGCA ने इंडिगो CEO पीटर एल्बर्स को दो दिनों तक उच्चस्तरीय जांच समिति के सामने पेश होने का आदेश दिया है, ताकि वे संचालन में आई भारी गड़बड़ी पर स्पष्ट जवाब दे सकें.
- DGCA की चार सदस्यीय समिति इंडिगो के भारी ऑपरेशनल फेलियर की जड़ें तलाश रही है, जिसमें क्रू की कमी, प्रबंधन की चूक और सिस्टम फेलियर को संभावित कारण माना जा रहा है.
- इंडिगो के 65% घरेलू मार्केट शेयर के कारण संकट ने देशभर में हवाई यात्रा को बुरी तरह प्रभावित किया, जिससे लाखों यात्री फंसे और एयरलाइन के प्रबंधन पर सवाल खड़े हुए.
- 5 दिसंबर को इंडिगो ने एक ही दिन में 1,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द कर दीं, जिससे कई एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी मच गई और यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा.
- DGCA ने अब इंडिगो की दिनभर की उड़ान संचालन प्रक्रिया, शेड्यूलिंग सिस्टम और स्टाफिंग पैटर्न की रियल-टाइम निगरानी शुरू कर दी है, ताकि संकट दोबारा न लौटे.
- DGCA ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे इंडिगो की रद्द उड़ानों, यात्रियों की शिकायतों और रिफंड की प्रगति पर दैनिक रिपोर्ट जमा करें, जिसे केंद्र सरकार भी मॉनिटर कर रही है.
- केंद्र ने रिफंड प्रक्रिया को लेकर भी सख्ती दिखाई है, जिसके तहत इंडिगो को सभी प्रभावित यात्रियों को समय पर पूरा रिफंड जारी करने और उसकी प्रगति अपडेट करने के आदेश मिले हैं.
- इंडिगो का दावा है कि स्थिति अब सामान्य हो रही है - लगभग 1,950 उड़ानें संचालित हो रही हैं और उसकी ऑन-टाइम परफॉर्मेंस (OTP) 92% से ऊपर लौट आई है, जो संकट से पहले के स्तर जैसी है.





