तिरुमाला में महा शांति होम: लड्डू की शुद्धता के लिए उठाए गए कदम, जानें अब तक क्या हुआ?
आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट के मामले के बाद देशभर में आक्रोश बढ़ गया है. हाल ही में आंध्र प्रदेश सरकार ने तीन महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं, जिसमें कहा गया है कि परंपराओं के अनुसार मंदिर का शुद्धीकरण किया जाएगा. आइए इस खबर में जानते हैं मंदिर के प्रसाद वाले मामले में आगे क्या होगा?

आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट के मामले के बाद देशभर में आक्रोश बढ़ गया है. हाल ही में आंध्र प्रदेश सरकार ने तीन महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं, जिसमें कहा गया है कि परंपराओं के अनुसार मंदिर का शुद्धीकरण किया जाएगा. इसके साथ ही, पूरे मामले की आईजीपी स्तर पर जांच के आदेश दिए गए हैं. अब मंदिर की प्रबंधन समिति में केवल वे लोग रहेंगे जिनकी भगवान के प्रति वास्तविक आस्था होगी. इसके अलावा, सभी मंदिरों के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) तैयार की जाएगी, जिसका पालन सभी मंदिरों के लिए अनिवार्य होगा.
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री YS जगन मोहन रेड्डी पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपने पांच साल के शासन में तिरुपति मंदिर में गैर-पवित्र गतिविधियों को बढ़ावा दिया. उन्होंने कहा कि इस दौरान तिरुमाला में कई अपवित्र काम हुए हैं, जिनका भक्तों ने विरोध भी किया. सीएम ने बताया कि तिरुमाला में लड्डू प्रसाद और भोजन हमेशा शुद्ध सामग्री से बनाए जाते हैं, जिसका स्वाद भी विशेष होता है. उन्होंने आगे कहा कि जब वह मुख्यमंत्री थे, तब उन्हें रामदेव बाबा कहा जाता था और उन्होंने मंदिर के आसपास कई आयुर्वेदिक पौधे भी लगाए थे.
टीटीडी (तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम) ने लड्डू प्रसादम विवाद के मद्देनजर एक महा शांति होम का आयोजन किया. तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के कार्यकारी अधिकारी शमाला राव और बोर्ड के अन्य अधिकारियों ने पुजारियों के साथ होमम में भाग लिया.
तिरूपति प्रसादम विवाद पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि, "यह घटना जितनी चिंताजनक है, उतनी ही निंदनीय है. जिस तरह से करोड़ों लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है, उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. जो भी इसके लिए जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी." लिया गया, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों.'
मुख्यमंत्री ने ट्रंप पर लगाए ये आरोप
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने हाल ही में आरोप लगाया कि पूर्व राज्य सरकार के दौरान टीटीडी बोर्ड में नियुक्तियां जुआं के समान हो गई थीं. उन्होंने कहा कि कई ऐसे लोगों को नियुक्त किया गया, जिनकी धार्मिक आस्था नहीं थी और बोर्ड में गैर-हिंदुओं को प्राथमिकता दी गई.
नायडू ने पत्रकारों से बातचीत में लड्डू के निर्माण में पशु चर्बी के उपयोग के आरोपों पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसके कारण लोगों की भावनाएं आहत हुईं. उन्होंने बताया कि एक एसआईटी का गठन किया जाएगा, जो आईजी स्तर या उससे ऊपर के अधिकारियों की निगरानी में काम करेगी. यह टीम सभी मामलों की जांच करेगी, जिसमें सत्ता के दुरुपयोग के आरोप भी शामिल हैं, और सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.