PM मोदी की रैली को लेकर उमर अब्दुल्ला ने किया जुबानी वार, बोले- पैसे देकर लोगों को इकट्ठा किया जा रहा है
जम्मू-कश्मीर चुनाव 2024 को कुछ ही समय बचा है. ऐसे में जैसे-जैसे चुनावी तारीख नजदीग आ रही है, वैसे ही सियासी बयानबाजी भी तेज हो रही है. इसी क्रम में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने 5 अगस्त 2019 के बाद होने वाले इस चुनाव को विश्वासघात बताया है.

जम्मू-कश्मीर चुनाव 2024 को कुछ ही समय बचा है. ऐसे में जैसे-जैसे चुनावी तारीख नजदीग आ रही है, वैसे ही सियासी बयानबाजी भी तेज हो रही है. इसी क्रम में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने 5 अगस्त 2019 के बाद होने वाले इस चुनाव को विश्वासघात बताया है.
जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित देश का दर्जा मिलने के बाद प्रदेश में यह पहली बार चुनाव होने जा रहे हैं. इसमें लद्दाख को फिलहाल बाहर रखा गया है. जिसे लेकर उमर अब्दुल्ला ने निशाना साधते हुए इसे विश्वासघात बताया है.
30 से 35 वर्ष चुनाव से दूर रही पार्टियां होंगी हिस्सा
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष ने कहा कि इस चुनाव में वे पार्टियां भाग ले रही हैं जो 30 से 35 वर्षों तक चुनाव से दूर रहीं। कुछ नए कारक हैं जिनका असर बाद में स्पष्ट होगा.वहीं इसी दौरान बारामूला से लोकसभा सांसद इंजीनियर राशिद पर भी अब्दुल्ला ने निशाना साधते हुए कहा कि उनके (राशिद) के कनेक्शन कहीं और हैं, उन्होंने कहा कि इस बारे में उन्हें कई स्त्रोतों से इस संबंध में संकेत मिलते रहते हैं. और वह उन्हीं संकेतों के अनुसार ही काम करते हैं. अपने बयान में उन्होंने यह भी दावा करते हुए कहा कि राशिद के हमले पूरी तरह से नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी के खिलाफ में है. यह साफ दर्शाता है कि उन्हें चुनावी मैदान में ही पार्टी को निशाना बनाने के लिए उतारा गया है.
पैसे देकर लोगों को इकट्ठा करने का लगाया आरोप
इस दौरान उन्होंने आगामी 19 सितंबर 2024 को केंद्र प्रशासित प्रदेश पहले चरण के मतदान के अगले दिन PM मोदी की रैली को लेकर भी निशाना साधा है.उन्होंने कहा कि इस रैली के लिए लोगों को पैसे देकर के इक्ट्ठा किया जा रहा है. बता दें कि इस रैली में 30 हजार से भी अधिक लोगों के आने की उम्मीद की जा रही है. शेर-ए-कश्मीर पार्क में रैली को आयोजित किया जाएगा.
वंशवाद की राजनीति की करते हैं बात
अब्दु्ल्ला ने यह तकर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के पास जम्मू-कश्मीर को देने के लिए कुछ भी नहीं है. वह केवल वंशवाद की राजनीति के बारे में बातें करते रहते हैं. न्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री ने वास्तव में क्षेत्र के लिए काम किया होता, तो हासिल किए गए विकास का एक उचित रिपोर्ट कार्ड होता.