JEE एडवांस्ड के छात्रों के लिए खुशखबरी! अब इतनी बार दे सकते हैं एग्जाम, जानें एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
JEE Advanced 2025: जेईई के छात्रों के लिए एक खबर सामने आई है. पहले छात्र दो बार एग्जाम में प्रयास कर पाते थे, लेकिन अब वह संख्या बढ़ा दी गई है. जेईई एडवांस में शामिल होने के लिए जेईई मेन्स एग्जाम पास करना अनिवार्य है. नेशनल एग्जामिनेशन एजेंसी हर साल जेईई मेन्स और एडवांस एग्जाम कराती है.

JEE Advanced 2025: इस साल से ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (JEE एडवांस्ड) में छात्रों को तीन बार एग्जाम देने का मौका मिलेगा, जो कि पहले केवल दो बार ही दे पाते थे. इसके अलावा, जेईई एडवांस में शामिल होने के लिए उम्र सीमा में भी बदलाव किया गया है. आइए जानते हैं, इस बदलाव से किन छात्रों को लाभ होगा और कौन-कौन तीन बार इस परीक्षा में बैठ सकता है. जेईई एडवांस्ड 2025 के आयोजन की जिम्मेदारी आईआईटी कानपुर को सौंपी गई है. हर 6 साल में अलग-अलग संस्थानों को मौका मिलता है, एग्जाम करवाने का.
पहले, छात्र केवल दो प्रयासों में जेईई एडवांस का एग्जाम दे सकते थे. उम्र की सीमा को पूरा करने के लिए कैंडिडेट्स का जन्म अक्टूबर 2000 या इसके बाद होना चाहिए. अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), और दिव्यांग (PWC) वर्ग के कैंडिडेट्स के लिए ऐज लिमीट 5 साल बढ़ाई गई है, यानी उनका जन्म 1 अक्टूबर 1995 या इसके बाद होना चाहिए.
JEE Advanced 2025 एलिजिबिलिटी
हर साल जेईई मेन्स में पास हुए 2.5 लाख छात्र जेईई एडवांस एग्जाम देने के लिए बैठते हैं. नए नियम के अनुसार, जो कैंडिडेट्स जोसा काउंसलिंग के माध्यम से आईआईटी में दाखिला ले चुके हैं, वे दोबारा इस एग्जाम में शामिल नहीं हो सकते. हालांकि, एनआईटी में दाखिला लेने वाले छात्र इस एग्जाम में भाग ले सकते हैं, यदि वे नए नियमों के अनुसार पात्र हैं.
इन छात्रों को नहीं मिलेगा मौका
यदि किसी छात्र का कक्षा 12वीं का रिजल्ट 21 सितंबर 2022 से पहले घोषित हो गया था, लेकिन किसी कारणवश उसका रिजल्ट रोक दिया गया हो, तो वह छात्र जेईई एडवांस 2025 में भाग नहीं ले सकता है. यह परीक्षा मई के अंत या जून के पहले सप्ताह में आयोजित की जा सकती है. जेईई एडवांस में शामिल होने के लिए जेईई मेन्स एग्जाम पास करना अनिवार्य है. नेशनल एग्जामिनेशन एजेंसी हर साल जेईई मेन्स और एडवांस एग्जाम कराती है.