वोटर लिस्ट और प्राइवेसी से कोई समझौता नहीं... चुनाव आयोग ने बताया क्यों नहीं साझा किए गए पोलिंग बूथों के CCTV फुटेज?
चुनाव आयोग ने मतदाताओं की गोपनीयता का हवाला देते हुए मतदान केंद्रों के CCTV फुटेज साझा न करने का कारण बताया और राहुल गांधी के नेतृत्व में लगाए गए वोट चोरी के आरोपों को संविधान का अपमान करार दिया. CEC ज्ञानेश कुमार ने कहा कि आयोग सभी मतदाताओं के साथ खड़ा है और बिना प्रमाण के आरोपों का कोई आधार नहीं है. उन्होंने राहुल गांधी से सत्यापन के साथ प्रमाण प्रस्तुत करने का अनुरोध किया. इसी बीच कांग्रेस, RJD और सहयोगी दल बिहार में SIR के खिलाफ ‘वोटर अधिकार रैली’ आयोजित कर रहे हैं.

Election Commission of India on Voter privacy Polling booth CCTV: चुनाव आयोग (EC) ने रविवार को मतदाताओं की गोपनीयता का हवाला देते हुए बताया कि हालिया चुनावों में मतदान केंद्रों के CCTV फुटेज क्यों साझा नहीं किए गए, भले ही विपक्ष ने, कांग्रेस के राहुल गांधी के नेतृत्व में, गड़बड़ी के गंभीर आरोप लगाए हों. मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'वोट चोरी' जैसे शब्दों का इस्तेमाल करना संविधान का अपमान है. उन्होंने कहा कि मतदाताओं को गुमराह करने के प्रयास असफल रहे.
राहुल गांधी ने बिहार में Special Intensive Revision (SIR) को लेकर आरोप दोहराए, जो चुनाव से मात्र दो महीने पहले चल रही है. CEC ने कहा कि चोरी के आरोप मतदाताओं के कंधे पर बंदूक रखकर चलाने जैसी स्थिति हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि चुनाव आयोग हमेशा सभी वर्ग और धर्म के मतदाताओं के साथ खड़ा रहेगा, और यह स्थिरता जारी रहेगी.
'सुप्रीम कोर्ट के फैसले को हो सकता था उल्लंघन'
ज्ञानेश कुमार ने बताया कि मशीन-रीडेबल मतदाता सूची क्यों राजनीतिक पार्टियों, जैसे कांग्रेस, को नहीं दी गई, जिन्होंने फर्जी नाम और कई प्रविष्टियों का आरोप लगाया. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के 2019 के फैसले का हवाला दिया, जिसमें कहा गया था कि ऐसी सूचनाओं को साझा करना मतदाता की गोपनीयता का उल्लंघन हो सकता है.
'कोई वोट चोरी नहीं कर सकता'
CEC ने यह भी कहा कि कुछ मतदाताओं की तस्वीरें मीडिया में उनके सहमति के बिना दिखाई गईं और उन पर आरोप लगाए गए. मतदान केंद्रों के CCTV फुटेज साझा करने के सवाल पर उन्होंने कहा, “क्या चुनाव आयोग किसी की मां, बहू, बहन या किसी अन्य की वीडियो साझा करे?” मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि लगभग 1.3 करोड़ चुनाव अधिकारी, बूथ एजेंट और उम्मीदवार प्रतिनिधि मौजूद रहते हैं और इस पारदर्शी प्रक्रिया में कोई वोट चोरी नहीं कर सकता. आरोपों को साबित करने के लिए कोई प्रमाण नहीं पेश किया गया.
CEC ने राहुल गांधी से क्या कहा?
CEC ने राहुल गांधी से कहा कि उन्हें सत्यापन के साथ प्रमाण प्रस्तुत करना चाहिए, अन्यथा आरोप झूठे हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि झूठे आरोप ना आयोग को डराएंगे और ना मतदाता को.
चुनावों में वोट चोरी हो रही है: राहुल गांधी
इसी दौरान SIR के खिलाफ कांग्रेस, RJD और सहयोगी दल बिहार में ‘वोटर अधिकार रैली’ कर रहे थे. राहुल गांधी ने सासाराम में कहा कि देश जान चुका है कि EC क्या कर रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि चुनावों में वोट चोरी हो रही है.
'आयोग के दरवाजे सभी के लिए खुले हैं'
मुख्य चुनाव आयुक्त ने SIR पर टिप्पणी करते हुए कहा कि आयोग के दरवाजे सभी के लिए खुले हैं. राजनीतिक पार्टियां ड्राफ्ट मतदाता सूची पर महीने के अंत तक अपने मुद्दे उठा सकते हैं.