Begin typing your search...

कपल ने व्हाट्सएप ग्रुप को बनाया डॉक्टर, मेंबर्स ने ज्ञान दे-देकर घर में ही करा दी डिलीवरी, मचा बवाल

चेन्नई में एक कपल द्वारा अपने नवजात शिशु का जन्म घर पर ही करवाने और इसकी घोषणा व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए करने के बाद, मामला पुलिस तक पहुंच गया है. कपल का यह कदम हैरान करने वाला है, क्योंकि उन्होंने पारंपरिक तरीके से अस्पताल में न जाकर घर पर ही बच्चे का जन्म करा दिया.

कपल ने व्हाट्सएप ग्रुप को बनाया डॉक्टर, मेंबर्स ने ज्ञान दे-देकर घर में ही करा दी डिलीवरी, मचा बवाल
X
सागर द्विवेदी
Edited By: सागर द्विवेदी

Updated on: 22 Nov 2024 1:20 PM IST

चेन्नई में कपल द्वारा बच्चे के जन्म का मामला सुर्खियों में, एक कपल द्वारा अपने नवजात शिशु का जन्म घर पर ही करवाने और इसकी घोषणा व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए करने के बाद, मामला पुलिस तक पहुंच गया है. कपल का यह कदम हैरान करने वाला है, क्योंकि उन्होंने पारंपरिक तरीके से अस्पताल में न जाकर घर पर ही बच्चे का जन्म कराया और फिर यह जानकारी व्हाट्सएप ग्रुप पर साझा की.

यह मामला तब सुर्खियों में आया जब कुछ लोगों ने इस तरीके को लेकर सवाल उठाए और स्वास्थ्य मानकों का उल्लंघन होने की आशंका जताई. इसके बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और FIR दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह स्थिति कानून और स्वास्थ्य नियमों के तहत उचित नहीं है, और ऐसे मामलों में कानूनी कदम उठाए जाएंगे.

जानकारी के मुताबिक, कपल ने एक व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन किया है जिसमें एक हजार से अधिक लोग है. कपल ने बिना डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनन की सलाह लिए, ग्रुप से मिल रहे निर्देशों का पालन करते हुए शिशु को घर पर ही जन्म दिया. इस घटना ने सोशल मीडिया यूजर्स का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है.

व्हाट्सएप ग्रुप का नाम ‘होम बर्थ एक्सपीरियंस’

36 वर्षीय मनोहरन और उनकी 32 वर्षीय पत्नी सुकन्या ‘होम बर्थ एक्सपीरियंस’ नामक एक व्हाट्सएप ग्रुप का हिस्सा हैं. बताया जाता है कि यह ग्रुप ऐसे पोस्टों से भरा पड़ा है जिनमें घर पर ही बच्चे को जन्म देने के तरीके के बारे में सलाह दी गई है और तरीका भी बताया गया है. इस पर भरोसा करके जब सुकन्या तीसरे बच्चे के साथ गर्भवती हुई तो दंपत्ति ने मेडिकल जांच से बचने का फैसला किया और पूरी गर्भावस्था के दौरान कोई जांच नहीं करवाई.

इसके बाद जब 17 नवंबर के दिन महिला को प्रसव पीड़ा हुई तो अस्पताल जाने की वजाय उसने व्हाट्सएप ग्रुप की मदद की सहायता लेने का फैसला लिया. खुद मनोहरन ने अपनी पत्नी की डिलीवरी करवाई. जब इसकी जानकारी इलाके के जन स्वास्थ्य अधिकारी को पता चली तो उन्होंने इस कपल के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया.

India News
अगला लेख