Bengaluru Stampede: RCB का मार्केटिंग हेड निखिल सोसले एयरपोर्ट से गिरफ्तार, जांच में सहयोग करेगी फ्रेंचाइजी
बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर आरसीबी की जीत के जश्न में मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई. बिना अनुमति कार्यक्रम आयोजित करने के आरोप में आरसीबी, इवेंट कंपनी और कर्नाटक क्रिकेट संघ के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई. पुलिस ने आरसीबी के मार्केटिंग हेड को गिरफ्तार किया है. जांच सीआईडी को सौंप दी गई है.
आईपीएल जीत के जश्न ने बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर तबाही का रूप ले लिया, जब भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ मच गई. 11 लोगों की मौत और 56 से अधिक घायल होने के इस मामले ने खेल और मनोरंजन की दुनिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं. यह आयोजन, जो आरसीबी की ऐतिहासिक जीत का उत्सव होना था, अब पुलिस और प्रशासनिक लापरवाही की जांच का विषय बन चुका है.
इस घटना के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने कड़ा रुख अपनाते हुए तत्काल गिरफ्तारी के आदेश दिए. इसी कड़ी में बेंगलुरु एयरपोर्ट से रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के मार्केटिंग हेड निखिल सोसले को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने डीएनए एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े तीन अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया है और सभी से कब्बन पुलिस थाने में गहन पूछताछ जारी है. सूत्रों का कहना है कि गिरफ्तारियां और भी हो सकती हैं.
कब्बन पार्क थाने में केस दर्ज
एफआईआर चिन्नास्वामी स्टेडियम से सटे कब्बन पार्क थाने में दर्ज की गई है, जहां पुलिस निरीक्षक की शिकायत पर तीन प्रमुख संस्थाओं को आरोपी बनाया गया है. एफआईआर में आरसीबी को प्राथमिक आरोपी, डीएनए एंटरटेनमेंट को दूसरा और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ की प्रशासनिक समिति को तीसरा आरोपी बताया गया है. इन सभी पर गैर इरादतन हत्या समेत गंभीर धाराएं लगाई गई हैं.
जांच में क्या आया सामने?
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि आयोजन के लिए आवश्यक प्रशासनिक अनुमति नहीं ली गई थी. लाखों लोगों की मौजूदगी वाले इस कार्यक्रम को बिना सुरक्षा योजना और भीड़ नियंत्रण के आयोजन करना भारी चूक मानी जा रही है. एफआईआर में कहा गया है कि आयोजन की अनुमति न लेने और पर्याप्त व्यवस्था न करने की वजह से यह त्रासदी हुई.
जांच में सहयोग करेगा RCB
आरसीबी ने अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वह जांच में पूरी तरह से सहयोग करेगा. टीम प्रबंधन का कहना है कि उनका उद्देश्य सिर्फ अपने प्रशंसकों के साथ खुशी साझा करना था, न कि किसी को नुकसान पहुंचाना. लेकिन अब यह मामला सिर्फ एक टीम के उत्सव का नहीं, बल्कि आयोजनों में जवाबदेही और सुरक्षा के सवालों का बन चुका है.





