हमसे 15 घंटे काम करवाया, गुलामों जैसा व्यवहार किया, यूक्रेन युद्ध में फंसा युवक की घर वापसी, सुनाई आपबीती
तेलंगाना और कर्नाटक के तीन युवकों को नौकरी के नाम पर एक एजेंट ने ने धोखा दिया और यूक्रेन से लड़ने के लिए चालाकी से एक निजी रूसी सेना में भर्ती कर लिया. जिसके बाद उनकी के साथ बहुत बुरा हुआ.

Telangana News: तेलंगाना के निवासियों तीन युवकों की शुक्रवार को घर वापसी हुई. तीनों युवक पिछले दिसंबर से रूस-यूक्रेन में फंसे हुए थे. उन्होंने भारत सरकार से वीडियो जारी कर देश वापसी की गुहार लगाई थी. दरअसल तेलंगाना के मूल निवासी मोहम्मद सूफियान ने घर आकर परिवार को अपनी आपबीती सुनाई है. उसने कहा कि उसके साथ कर्नाटक के तीन अन्य युवक भी थे, जिन्हें एक धोखेबाज एजेंट ने धोखा दिया और यूक्रेन से लड़ने के लिए चालाकी से एक निजी रूसी सेना में भर्ती कर लिया.
60 भारतीय हुए धोखाधड़ी का शिकार
मोहम्मद सूफियान ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि करीब 60 भारतीय युवा इस फेक नौकरी का शिकार हुए हैं, जिनमें कई विदेश में रहने वाले निवासी भी हैं. उन्हें रूस में सुरक्षा कर्मियों या सहायकों के रूप में काम दिलाने का वादा किया गया. लेकिन रूस में उतरते ही जीवन बदतर हो गया. उन्होंने कहा कि वहां ले जाकर हमारे साथ गुलामों जैसा व्यवहार किया गया. इसके अलावा "हमें हर रोज़ सुबह 6 बजे जगाया जाता था और बिना आराम या नींद के लगातार 15 घंटे काम कराया जाता था.
खाने में होती थी परेशानी
सूफियान ने बताया कि हमें बहुत कम राशन दिया जाता था. हमारे हाथों में छाले पड़ गए थे, हमारी पीठ में दर्द रहता था और हमारा हौसला टूट चुका था. फिर भी, अगर हम थकावट का कोई संकेत देते तो हमें फिर से मेहनत वाले कामों में लगाने के लिए गोलियाँ चलाई जाती थीं." वे कहाँ थे या उन्हें कहाँ ले जाया जा रहा था - उन्हें भारत में अपने परिवारों के बात करने की इजाजत नहीं थी. वहीं कर्नाटक के अब्दुल नईम ने आँसू रोकते हुए कहा, "हमारे मोबाइल फ़ोन जब्त कर लिए गए थे.
सूफियान ने बताया कि "गुजरात से मेरा एक बहुत अच्छा दोस्त हैमिल ड्रोन हमले में मारा गया. वह 24 सैनिकों की टीम का हिस्सा था, जिसमें एक भारतीय और एक नेपाली शामिल था. इसने मुझे झकझोर कर रख दिया." उसने कहा कि "हैमिल की मौत के बाद ही हमने अपने परिवारों को अपनी स्थिति के बारे में बताया, जिन्होंने तब केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से हमें युद्ध क्षेत्र से बचाने का अनुरोध किया."