क्यों न देखने जाएं Salman Khan की Sikandar? फिल्म देखने का है प्लान तो पहले जान लें ये 5 बातें
इसमें कोई दो राय नहीं है कि सलमान खान ने अपनी एक्टिंग के दम पर इंडस्ट्री में लोहा मनवाया और इसी एक्टिंग के बल पर उस मुकाम पर पहुंचे जहां आने का सपना हर आर्टिस्ट देखता है. लेकिन कहीं न कहीं उनकी बढ़ती उम्र उनके परफॉरमेंस के आड़े आ रही है.

खान सलमान (Salman Khan) स्टारर 'सिकंदर' (Sikandar) सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है. एआर मुरुगादॉस निर्देशित मचअवेटेड 'सिकंदर' जिसमें सलामन अपनी मैगनेटिक अपीरियंस से सबका दिल जीत रहे हैं. वहीं पहली बार उनके साथ स्क्रीन शेयर कर रही रश्मिका मंदाना को उनके साथ काफी पसंद किया जा रहा है. हालांकि, फिल्म ने उनकी पिछली ईद रिलीज़ की तरह चर्चा नहीं बटोरी. लेकिन जहां कुछ लोगों को यह फिल्म पसंद आ रही हैं वहीं कुछ लोगों ने इसे न देखने की सलाह भी दी है.
सोशल मीडिया पर सलमान खान को ज्यादातर फैंस और यूजर्स ने या तो आराम करने की सलाह दी है या उन्हें अच्छी फिल्म करने की सलाह दी है. सिर्फ इतना ही नहीं उनके कई दिग्गज फैंस ने 'सिकंदर' में उनकी खराब एक्टिंग और फिल्म की कहानी में दम न होने तक का दावा किया है. कहीं न अगर आप भी इस फिल्म को थिएटर में जाकर देखने की कोशिश कर रहे हैं तो एक बार सिकंदर को न देखने के लिए इन कारणों पर नजर डाल लीजिए.
खराब एक्टिंग
इसमें कोई दो राय नहीं है कि सलमान खान ने अपनी एक्टिंग के दम पर इंडस्ट्री में लोहा मनवाया और इसी एक्टिंग के बल पर उस मुकाम पर पहुंचे जहां आने का सपना हर आर्टिस्ट देखता है. लेकिन कहीं न कहीं उनकी बढ़ती उम्र उनके परफॉरमेंस के आड़े आ रही है. 'किसी का भाई किसी की जान' में जिस तरह सलमान अपनी एक्टिंग से लोगों को प्रभावित करने में कामयाब नहीं हो पाए थे, ठीक 'सिकंदर' में भी वह अपनी मैग्नेटिक अपीयरेंस की छाप छोड़ने में असफल रहे. कुछ लोगों ने कहा कि वे थके हुए या फिल्म से बहुत ज्यादा जुड़े हुए नहीं दिखाई दिए हैं. वहीं बात करें रश्मिका मंदाना और शरमन जोशी समेत अन्य एक्टर्स की तो उन्हें कम स्क्रीन स्पेस दिया गया है.
फ्लॉप कहानी
फिल्म की कहानी की बात करें तो इसमें कई खामियां है जिसकी वजह से इसे सिर्फ वन टाइम वॉचिंग बताया है. हमेशा की तरह घिसी पीटी कहानियों की तरह कैसे एक बड़े मिनिस्टर की औलाद अपनी मनमाना हरकतों से लड़कियों को छेड़ता है फिर हीरो मसीशा बन लड़की को बचता है और विलन से दुश्मनी मोल लेता है. फिल्म में कई ऐसे सीन्स ऐसे दिखाए गए हैं जो जिनके होने का मतलब तक नहीं है. स्क्रीनप्ले पर कई बार गलतियां भी पकड़ी जा सकती है. फिल्म में इमोशन और लॉजिक की कमी के कारण दर्शक फिल्म से जुड़ नहीं पाएंगे. जैसा की फिल्म में सब है, एक्शन है, रोमांस है, इमोशनल लेकिन अगर क्या नहीं है तो एफर्ट नहीं है. जो कहीं न कहीं आपको फिल्म न देखने पर मजबूर कर सकती है.
फिल्म में बेतुके एक्शन
ट्रेलर में धमाकेदार एक्शन थ्रिलर का वादा किया गया था, लेकिन फिल्म में बेतुके एक्शन सीक्वेंस के साथ पुरानी इमोशनल ड्रामा की झलक देखने को मिलती है. उम्मीद और हकीकत के बीच इस तरह के अंतर ने कई दर्शकों को निराश किया है. क्रिटिक्स ने बताया है कि जितना ट्रेलर को देखकर उम्मीद की गई थी फिल्म दर्शकों ढाई घंटा भी थिएटर में बैठा सकती है लेकिन फिल्म एक ऐसे व्यक्ति के इर्द-गिर्द केंद्रित है जो भ्रष्टाचार से लड़ता है फिर दुश्मनी में अपनी पत्नी को खो देता है. पत्नी जो मरते समय तीन लोगों को अंग दान कर के जाती है फिर सलमान उन तीन लोगों की रक्षा करता है. जो फिल्म को सुस्त बनाती है.
खराब एडिटिंग
फिल्म की कमजोरियों को छुपाने वाले खराब एडिटिंग से लेकर भारी भरकम बैकग्राउंड स्कोर तक, टेक्निक पहलुओं की काफी आलोचना की गई है. जिसे लेकर कहा गया है कि हर एक्टर को यह सीखने के लिए 'सिकंदर' देखना चाहिए कि अपनी फिल्मों में क्या नहीं करना चाहिए?.' हालांकि कुछ ने सलाह दी है समय और पैसा दोनों ही न बर्बाद करें.
एवरेज म्यूजिक और गानें
अगर आप सलमान के फैंस हैं तो आप इस फिल्म को देख सकते हैं. वरना फिल्म की कहानी के साथ फिल्म के गाने इतने खास नहीं जो आपके जेहन में भी गुनगुनाने को रह जाए. गाने और म्यूजिक काफी एवरेज है.