बॉलीवुड की असली सुपरमॉम्स, जो मदर ड्यूटी और वर्क बैलेंस को ऐसे करती हैं हैंडल
11 मई 2025 को जब देश भर में मदर्स डे मनाया जा रहा है, तो यह मौका है उन बॉलीवुड की माओं को सलाम करने का, जिन्होंने अपने एक्टिंग करियर के साथ-साथ मां की भूमिका को भी पूरी ईमानदारी और प्यार से निभाया है.

"मां" एक ऐसा शब्द है जो सिर्फ एक रिश्ता नहीं, बल्कि पूरे जीवन का आधार है. मां का जीवन प्यार, धैर्य और त्याग से भरा होता है. जब एक मां फिल्म इंडस्ट्री जैसी चकाचौंध और चुनौती भरी दुनिया का हिस्सा होती है, तो उसकी जिम्मेदारियां और भी बढ़ जाती हैं. वह सिर्फ एक कलाकार नहीं रहती, बल्कि असल जिंदगी की सुपरवुमन बन जाती है. 11 मई 2025 को जब देश भर में मदर्स डे मनाया जा रहा है, तो यह मौका है उन बॉलीवुड की माओं को सलाम करने का, जिन्होंने अपने एक्टिंग करियर के साथ-साथ मां की भूमिका को भी पूरी ईमानदारी और प्यार से निभाया है.
करीना कपूर खान
करीना कपूर आज के समय की सबसे स्टाइलिश और व्यस्त एक्ट्रेस में से एक हैं. उन्होंने न केवल दो बच्चों – तैमूर और जेह – को जन्म दिया, बल्कि प्रेग्नेंसी के दौरान भी एडवर्टाइजमेंट्स, फिल्मों और रेडियो प्रोग्राम्स में एक्टिव रही. उन्होंने यह साबित किया कि मां बनना करियर का अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत होती है. उनकी सोशल मीडिया पर मौजूदगी, फिटनेस के प्रति डेडिकेशन और प्रोफेशनल कमिटमेंट उन्हें आज की जनरेशन की एक आइडल वर्किंग मदर बनाते हैं.
अनुष्का शर्मा
अनुष्का शर्मा की बेटी वामिका के जन्म के बाद लोग यही सोच रहे थे कि क्या अनुष्का अब फिल्मों से दूरी बना लेंगी, लेकिन अनुष्का ने बहुत ही बैलेंस्ड तरीके से वापसी की. उन्होंने अपनी प्राथमिकताओं को बदले बिना करियर को जारी रखा. वो सोशल मीडिया पर वामिका की प्राइवेसी का सम्मान करती हैं, साथ ही फिल्मों और प्रोडक्शन के काम में भी योगदान दे रही हैं. उनकी यह समझदारी दिखाती है कि एक मां भी अपने प्रोफेशनल डिसीजन खुद ले सकती है और हर क्षेत्र में सफल हो सकती है.
शिल्पा शेट्टी कुंद्रा
शिल्पा एक बेहतरीन एक्ट्रेस के साथ-साथ एक हेल्थ आइकन और बिजनेस वुमन भी हैं. दो बच्चों की मां होते हुए भी उन्होंने अपने आपको हमेशा फिट और एक्टिव बनाए रखा है. योगा, हेल्दी कुकिंग, परिवार की देखभाल और टेलीविजन के प्रोजेक्ट्स – शिल्पा हर क्षेत्र में चमकती हैं. उन्होंने यह सिद्ध कर दिया कि मां बनना आपके सपनों को पीछे छोड़ने का कारण नहीं होना चाहिए.
नेहा धूपिया
नेहा धूपिया ने अपने दोनों बच्चों के जन्म के समय भी काम करना नहीं छोड़ा. उन्होंने रियलिटी शोज़, टॉक शोज़ और सोशल कैमिंग में अपनी अपीयरेंस बनाए रखी. उनकी बातों में और सोच में वीमेन एम्पावरमेंट झलकता है. उन्होंने एक मां के रूप में सोशल मैसेज दिया कि प्रेगनेंसी कोई कमजोरी नहीं, बल्कि ताकत है.
सुष्मिता सेन
सुष्मिता सेन ने बहुत कम उम्र में ही दो बेटियों को गोद लेकर सिंगल मदर बनने का टफ डिसीजन लिया था. उस समय सोसाइटी में यह कदम असामान्य माना जाता था, लेकिन सुष्मिता ने अपने कॉन्फिडेंस और प्यार से यह साबित किया कि मातृत्व खून से नहीं, दिल से निभाया जाता है. आज उनकी बेटियां बड़ी हो चुकी हैं और सुष्मिता ने एक बार फिर एक्टिंग में जबरदस्त वापसी की है. वह आज भी लाखों महिलाओं के लिए प्रेरणा हैं.
रवीना टंडन
रवीना टंडन बॉलीवुड की उन पहली एक्ट्रेस में से हैं जिन्होंने 21 साल की उम्र में दो बेटियों (पूजा और छाया) को गोद लेकर सिंगल मदर बनने का कदम उठाया. उस समय जब उनका करियर बुलंदी पर था, उन्होंने यह फैसला बिना किसी सामाजिक दबाव की परवाह किए लिया. बाद में उन्होंने शादी की और खुद के बच्चे भी हुए, लेकिन उन्होंने कभी भी गोद ली बेटियों और अपने बच्चों में फर्क नहीं किया. रवीना बताती हैं, "मां बनने के लिए जन्म देना जरूरी नहीं, प्यार देना जरूरी होता है.' हाल ही में उनकी बेटी राशा थडानी ने बॉलीवुड में डेब्यू किया है.