ट्रेन हाईजैक, चीनियों पर निशाना, पाक आर्मी पर हमले... बलूच लिबरेशन आर्मी का कच्चा चिट्ठा
पाकिस्तान ने बलूचिस्तान में बड़ी संख्या में सेना तैनात की है और बलूच विद्रोहियों को कुचलने के लिए कठोर कदम उठाए हैं. बलूच एक्टिविस्ट्स का अपहरण और हत्या आम बात है. बलूच महिलाओं और बच्चों पर भी जुल्म किया जाता है. पाकिस्तानी सेना बलूचिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों को लूट रही है, जिससे बलूच जनता में भारी आक्रोश है.;
पाकिस्तान की बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) एक बार फिर चर्चा में है. क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस को अगवा करने की जिम्मेदारी इसी संगठन ने ली है. बलूच लिबरेशन आर्मी का इतिहास पाकिस्तान की आजादी से जुड़ा है. बलूच लिबरेशन आर्मी के सदस्य खुद को आजादी के सैनिक मानते हैं जबकि पाकिस्तान उसे आतंकी संगठन बताता है. BLA पाकिस्तान की सेना, सरकारी प्रतिष्ठानों और चीनी परियोजनाओं को निशाना बनाता है, क्योंकि यह चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) को बलूच संसाधनों की लूट मानता है. आइए बलूच लिबरेशन आर्मी के बार में कुछ खास बातें जान लेते हैं...
- बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) की स्थापना 2000 के दशक की शुरुआत में हुई थी. इसका मुख्य उद्देश्य बलूचिस्तान को पाकिस्तान से स्वतंत्र कराना और बलूच राष्ट्रवाद को बढ़ावा देना है.
- BLA पाकिस्तानी सेना, सरकारी संस्थानों और सैन्य ठिकानों पर गुरिल्ला युद्ध और हमले करता है. यह पाकिस्तान को बलूच संसाधनों की लूट के लिए ज़िम्मेदार मानता है.
- BLA चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) को बलूच संसाधनों की लूट मानता है और चीनी इंजीनियरों तथा परियोजनाओं को निशाना बनाता है. 2022 में कराची में एक आत्मघाती हमले में चीनी नागरिकों की हत्या की गई.
- BLA का मानना है कि 1948 में बलूचिस्तान को पाकिस्तान में जबरन मिलाया गया था. संगठन बलूचिस्तान को एक स्वतंत्र देश बनाने की लड़ाई लड़ रहा है.
- BLA के प्रमुख नेताओं में बलाच मार्री, असलम बलूच और बशीर जैंगी शामिल हैं. इन नेताओं ने कई बड़े हमलों की योजना बनाई है.
- BLA छोटे-छोटे समूहों में पाकिस्तानी सेना और सरकारी प्रतिष्ठानों पर हमला करता है. हमलों के बाद लड़ाके सुरक्षित इलाकों में लौट जाते हैं, जिससे सेना के लिए उन्हें पकड़ना मुश्किल होता है.
- पाकिस्तानी सेना बलूचिस्तान में BLA को कुचलने के लिए बलूच कार्यकर्ताओं का अपहरण, हत्या और दमन कर रही है. सैकड़ों बलूच कार्यकर्ता लापता हैं.
- भारत ने बलूचिस्तान में मानवाधिकारों के उल्लंघन का मुद्दा उठाया है, लेकिन पाकिस्तान BLA को भारतीय खुफिया एजेंसी RAW से समर्थन मिलने का आरोप लगाता है. अमेरिका और ब्रिटेन ने BLA को आतंकवादी संगठन घोषित किया है.
- BLA में महिलाएं भी शामिल हैं. 2022 में शैरी बलूच नाम की महिला ने कराची में आत्मघाती हमला कर तीन चीनी नागरिकों को मारा था. यह बलूच आंदोलन में महिलाओं की भागीदारी को दर्शाता है.
- जिस जाफर एक्सप्रेस को अगवा किया गया है उसका नाम मीर जाफ़र खान जमाली के नाम पर रखा गया है, जो एक प्रमुख बलूच नेता थे. वह पूर्व प्रधानमंत्री मीर ज़फ़रुल्लाह खान जमाली के चाचा थे.