पाकिस्तान तेरे टुकड़े होंगे! बलूच कार्यकर्ताओं ने किया आजादी का एलान, सोशल मीडिया पर ट्रेंड हुआ 'Republic of Balochistan'
बलूच कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान से स्वतंत्रता की घोषणा करते हुए 'Republic of Balochistan' का एलान कर दिया है. बलूच नेता मीर यार बलूच ने सोशल मीडिया पर यह दावा किया और भारत तथा संयुक्त राष्ट्र से समर्थन मांगा. इस घोषणा के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर 'Republic of Balochistan' ट्रेंड करने लगा.;
भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान को एक बड़ा झटका है जिसके बाद सोशल मीडिया (X) पर Republic of Balochistan' ट्रेंड करने लगा. बलूच कार्यकर्ता मीर यार बलूच समेत कई नेताओं ने बलूचिस्तान को पाकिस्तान से स्वतंत्र राष्ट्र घोषित कर दिया है. इसके बाद सोशल मीडिया पर एक स्वतंत्र बलूचिस्तान का नक्शा और झंडा लहराते लोगों के वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं.
भारत में दूतावास खोलने की मांग
9 मई को मीर यार बलूच ने X पर लिखा, 'आतंकी पाकिस्तान का पतन निकट है, बलूचिस्तान ने अपनी आज़ादी की घोषणा कर दी है. हम भारत सरकार से अनुरोध करते हैं कि हमें दिल्ली में बलूचिस्तान का आधिकारिक दफ्तर और दूतावास खोलने की अनुमति दी जाए. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से भी बलूचिस्तान की स्वतंत्रता को मान्यता देने और एक विशेष बैठक बुलाने की अपील की. साथ ही, उन्होंने बलूचिस्तान की मुद्रा और पासपोर्ट छापने के लिए अंतरराष्ट्रीय फंड की मांग भी की.
भारत-बलूच मित्रता की तस्वीरें
अगले दिन, मीर यार बलूच ने कुछ तस्वीरें साझा कीं, जिसमें स्थानीय लोग भारत और बलूचिस्तान की मित्रता के पोस्टर लिए खड़े दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने लिखा, 'बलूचिस्तान के लोग भारत के लोगों के साथ पूरी एकजुटता दिखा रहे हैं. चीन पाकिस्तान की मदद कर रहा है, लेकिन बलूचिस्तान और इसके लोग भारत की सरकार के साथ हैं.
POK पर भारत का समर्थन
14 मई को मीर यार बलूच ने भारत के उस कदम का समर्थन किया जिसमें पाकिस्तान से POK खाली करने को कहा गया था. उन्होंने लिखा, 'बलूचिस्तान पूरी तरह से भारत के उस फैसले के साथ है जिसमें पाकिस्तान से POK खाली करने को कहा गया है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान पर दबाव बनाना चाहिए ताकि वह एक और 93,000 सैनिकों की शर्मनाक आत्मसमर्पण जैसी स्थिति से बच सके. उन्होंने चेतावनी दी कि 'अगर पाकिस्तान ने सुध नहीं ली तो खूनखराबे के लिए केवल वहां के लालची सैन्य जनरल जिम्मेदार होंगे, जो POK के लोगों को मानव ढाल की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं.