गगन यादव कौन हैं, जिसे कहा जा रहा इटावा हिंसा का मास्टरमाइंड? लोग चंद्रशेखर से कर रहे तुलना, बता रहे अखिलेश-तेजस्वी का विकल्प
उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में हिंसा फैलाने के मुख्य आरोपी के रूप में गगन यादव का नाम सामने आया है. कथित तौर पर गगन यादव ने कथावाचक की पिटाई के विरोध में दांदरपुर गांव में हिंसा भड़काई, जिसके चलते पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव हुआ. यादव महासभा के आह्वान पर हुई इस हिंसा में सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा और कई लोग घायल हुए. गगन यादव को अहीर रेजिमेंट आंदोलन से भी जोड़ा जा रहा है, और पुलिस उसकी भूमिका की गहराई से जांच कर रही है. प्रशासन ने हालात काबू में लाने के लिए सुरक्षा कड़ी कर दी है.;
Gagan Yadav Etawah Violence Mastermind: उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के दांदरपुर गांव में कथावाचकों से हुई हिंसा के बाद जो बड़े विरोध-प्रदर्शन हुए, उसमें गगन यादव नाम के व्यक्ति का नाम सामने आ रहा है. उसने 26 जून को दांदरपुर में प्रदर्शन की घोषणा की, जिसके बाद बड़ी संख्या में यादव समाज के लोग इकट्ठा हुए. पुलिस द्वारा उन्हें आगरा में रोक दिए जाने का दावा उन्होंने सार्वजनिक रूप से किया, साथ ही कहा कि वे दांदरपुर तक पहुंच पाते तो शायद हिंसा रोकी जा सकती थी.
पुलिस ने गगन यादव के खिलाफ भीड़ भड़काने, पथराव और कानून व्यवस्था बिगाड़ने के आरोप में FIR दर्ज की है. इसके बाद उसको आगरा में नजरबंद कर लिया गया. दांदरपुर में भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई थी. इस हिंसा के बाद 19 लोग हिरासत में लिए गए और 13 वाहन सीज किए गए. पूरे प्रकरण में यादव-महासभा और कथावाचकों के समुचित सम्मान को लेकर चल रही जातिगत तनातनी भी एक बड़ा मुद्दा बन गया है. आइए जानते हैं कि गगन यादव कौन हैं...
कौन है गगन यादव?
गगन यादव ‘Indian Reformers Organisation’ नामक संगठन का संस्थापक और अध्यक्ष है. ट्विटर बायो में वह खुद को 'युवा नेता' और 'समाजवादी विचारधारा वाला' बताते हैं. गगन यादव ने Indian Reformers Organisation के माध्यम से इटावा के दांदरपुर में कथावाचकों के समर्थन में बड़ा प्रदर्शन बुलाया था. वह कथित रूप से सामाजिक-सैन्य मांगों को लेकर सक्रिय रहा. उसे पुलिस ने भीड़ भड़काने और कोर्ट-विरोधी गतिविधियों के आरोप में हिरासत में लिया और उसके खिलाफ FIR दर्ज की गई .
सोशल मीडिया पर ट्रेंड हुआ 'गगन यादव'
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर गगन यादव ट्रेंड कर रहा है. कई यूजर्स ने गगन को जातियों में जहर घोलने वाला और यादवों का ठेकेदार बताते हुए उसके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. कुछ लोगों ने तो यहां तक कह दिया कि अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव का विकल्प गगन यादव है. जिस तरह से चंद्रशेखर ने दलितों की लड़ाई लड़ी, उसी तरह से गगन यादव यादवों की लड़ाई रहे हैं. आइए, आपको कुछ पोस्ट दिखाते हैं...