यूपी बीजेपी के अब नए बॉस होंगे पंकज चौधरी! निर्विरोध चुना जाना तय, किसी और ने नहीं किया नामांकन, डेडलाइन भी खत्म
केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता पंकज चौधरी का उत्तर प्रदेश भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष निर्विरोध चुना जाना तय हो गया है. नामांकन की अंतिम समयसीमा तक उनके अलावा किसी अन्य उम्मीदवार ने पर्चा दाखिल नहीं किया. उनके नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक प्रस्तावक के रूप में मौजूद रहे, जिससे संगठन में मजबूत समर्थन का संकेत मिला.;
केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता पंकज चौधरी का उत्तर प्रदेश भाजपा का निर्विरोध अध्यक्ष चुना जाना तय है. बता दें कि शनिवार को पंकज चौधरी ने जब नामांकन दाखिल किया तो प्रस्तावक के रूप में खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी मौजूद रहे. नामांकन प्रक्रिया के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महासचिव विनोद तावड़े और लखनऊ भाजपा अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे ने चुनाव अधिकारी की भूमिका में पंकज चौधरी का नामांकन स्वीकार किया.
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नामांकन दाखिल करने का समय दोपहर तीन बजे तक का था और खबरों के मुताबिक समय सीमा समाप्त होने तक केवल पंकज चौधरी ने ही नामांकन किया था. इस तरह उनका चुना जाना तय है.
उत्तर प्रदेश भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष की औपचारिक घोषणा रविवार दोपहर लखनऊ में आयोजित पार्टी कार्यक्रम के दौरान किए जाने की संभावना है. इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की मौजूदगी में न केवल प्रदेश अध्यक्ष के नाम का ऐलान किया जाएगा, बल्कि राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों के नामों की भी घोषणा की जाएगी.
सियासी सफर
पूर्वांचल की राजनीति में पंकज चौधरी आज भारतीय जनता पार्टी के उन चेहरों में गिने जाते हैं, जिनकी स्वीकार्यता संगठन से लेकर जमीन तक दिखाई देती है. सात बार सांसद रह चुके पंकज चौधरी इस समय केंद्र सरकार में वित्त राज्यमंत्री हैं और पार्टी के भीतर उन्हें एक संतुलित, अनुभवी और भरोसेमंद नेता के रूप में देखा जाता है. पंकज चौधरी की राजनीतिक यात्रा किसी बड़े पद से नहीं, बल्कि स्थानीय राजनीति से शुरू हुई. वर्ष 1989 में उन्होंने गोरखपुर नगर निगम से पार्षद का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. इसी दौर में महाराजगंज नया जिला बना और यहीं से उनकी राजनीति ने स्थायी दिशा पकड़ी। इसके बाद महाराजगंज उनकी सियासत का केंद्र बन गया.
1991 में उन्होंने पहली बार लोकसभा चुनाव जीतकर संसद में कदम रखा. इसके बाद उन्होंने लगातार सात बार महाराजगंज का प्रतिनिधित्व किया और पूर्वांचल में बीजेपी के मजबूत स्तंभ के रूप में खुद को स्थापित किया. कुर्मी समुदाय से आने वाले पंकज चौधरी ने ओबीसी राजनीति में संतुलन साधते हुए सभी वर्गों में अपनी पकड़ बनाई.
कौन हैं पंकज चौधरी?
20 नवंबर 1964 को गोरखपुर में जन्मे पंकज चौधरी राजनीति में स्थानीय से राष्ट्रीय स्तर तक का लंबा सफर तय कर चुके हैं. 2024 के लोकसभा चुनाव के हलफनामे के अनुसार उनकी कुल संपत्ति करीब 41.90 करोड़ रुपये है, जिसमें कृषि, आवासीय और व्यावसायिक संपत्तियां शामिल हैं. उनका पारिवारिक पृष्ठभूमि भी सामाजिक और राजनीतिक रूप से सक्रिय रही है. पिता स्वर्गीय भगवती प्रसाद चौधरी एक जमींदार और क्षेत्र में प्रभावशाली व्यक्ति थे. माता उज्ज्वल चौधरी महाराजगंज जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं और स्थानीय विकास कार्यों में उनकी अहम भूमिका रही है. पत्नी भाग्यश्री चौधरी सामाजिक गतिविधियों से जुड़ी हैं. उनके परिवार में एक पुत्र और एक पुत्री हैं.