इटावा के कथा विवाद में मूत्र कांड वाली महिला कौन? बोली- उसने मेरे साथ अश्लील हरकत की इसलिए...
उत्तर प्रदेश के इटावा में यादव कथावाचकों की चोटी काटी गई, जाति पूछकर पीटा गया और अपमानित किया गया. वहीं परिवार ने उन पर यौन दुर्व्यवहार का आरोप लगाया. जानिए इस विवाद के दोनों पक्ष और अब तक की पूरी कहानी.;
उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के बकेवर थाना क्षेत्र स्थित दादरपुर गांव में कथावाचकों के साथ हुई जातिगत बदसलूकी का मामला अब सियासी रंग ले चुका है. सोशल मीडिया पर इस मामले ने जाति, धर्म और सामाजिक समरसता को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है. दावा किया जा रहा है कि दो कथावाचकों संत सिंह यादव और मुकुट मणि यादव को इसलिए प्रताड़ित किया गया क्योंकि वे ब्राह्मण बहुल गांव में 'यादव और चमार' जाति से होते हुए कथा करने पहुंचे थे.
घटना के अनुसार कथावाचकों को पीटा गया, उनकी चोटी काट दी गई, उन पर पेशाब छिड़का गया और फिर कहा गया कि 'अब तुम पवित्र हो गए' पीड़ितों का आरोप है कि यह सब जातीय घृणा के कारण किया गया, जबकि गांव वालों का कहना है कि कथावाचकों ने महिला से गलत व्यवहार किया था. इस पूरे विवाद ने ब्राह्मण बनाम यादव संघर्ष का रूप ले लिया है.
रेनू तिवारी के बारे में...
वायरल हो रहे वीडियो के मुताबिक, जिस महिला ने कथा करने आए लोगों उनके पर अपना मूत्र का छिड़कने के लिए दिया और नाक रगड़वाई उसका नाम रेनू तिवारी बताया जा रहा है. जिनकी आयू 52 वर्षीय बताई जा रही है. महिला का कहना है कि मेरे साथ छेड़खानी की गई जिसके बाद मैंने पति को बताया लेकिन मैंने सोचा कि भागवत खंडित न हो इसलिए चूप रही. रेनू तिवारी के पति का नाम जय प्रकाश तिवारी बताया जा रहा है.
जिनके घर कथावाचक पहुंचे थे, रेनू तिवारी ने मीडिया को बताया कि 'महात्मा जी ने भागवत कथा कहने के लिए बुलाया था. लेकिन उनका तरीका गलत था. खाने पर बुलाया तो हाथ पकड़ लिया. जब मैंने बच्चों को बताया, तो उन्होंने माफी मंगवाई. इन दोनों ने मेरा लाखों का नुकसान कर दिया. इनके आधार कार्ड भी फर्जी हैं. ये फर्जी कथा व्यास हैं. रेनू ने आगे कहा, 'इतनी बुरी सज़ा मिले कि मुंह दिखाने लायक न रहें. भागवत खंडित हो गई, हरिद्वार से बच्चों की पढ़ाई छुड़वा कर गांव लाई थी, अब दो लाख का नुकसान हुआ है.'
'हम भी तिवारी, तुम भी तिवारी'
रेनू के पति जय प्रकाश तिवारी ने कहा, कि हमने परीक्षित की भूमिका निभाने के लिए कथा आयोजित की थी. लेकिन कलश यात्रा के दौरान कथावाचक ने मेरी पत्नी से अभद्र व्यवहार किया. जब विरोध किया तो बोला कि ‘हम भी तिवारी, तुम भी तिवारी.’ फिर धमकी दी कि ‘हमारी सपा मुखिया से पहचान है, बदतमीजी की तो घर से उठवा लेंगे. मुकुट मणि और संत सिंह यादव पक्ष का कहना है कि "हमें चमार और यादव कहकर प्रताड़ित किया गया.
कहा गया कि ब्राह्मण गांव में तुम्हें कथा कहने की इजाजत नहीं है. दूसरी ओर, तिवारी परिवार यौन उत्पीड़न का आरोप लगा रहा है. मामले में अब प्रशासनिक जांच जारी है और एसएसपी ने निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा दिया है. सोशल मीडिया पर यह मामला अब जातिगत संघर्ष की बड़ी बहस बन चुका है. एक पक्ष इसे "ब्राह्मण अत्याचार" बता रहा है, तो दूसरा पक्ष कथावाचकों की कथित हरकतों को मुद्दा बना रहा है.
इटावा वाले पर रेनू देवी को लेकर सोशल मीडिया पर लोग तरह- तरह का रिएक्शन दे रहे हैं जिसमें एक ने लिखा कि, इटावा में हुई कथावाचक के साथ घटना पर शोसल मीडिया में कुछ लोग रेनू तिवारी की मुस्कुराती तश्वीर को लेकर उल जलूल लिख रहे हैं, आप लोगों को महिला पर टिप्पणी करने से बचना चाहिए क्योंकि, वीडियो के अनुसार भाभी आप ....... लाओ, पवित्र करते हैं, गांवों में महिलाएं आज भी वही करती हैं जैसा उन्हें पुरुषों के द्वारा निर्देशित किया जाता है मगर. उन्होंने गुनाह किया है और उसकी सजा उन्हें कानून देगा बस आप सभ्य और समझदार बनिए.
रेनू तिवारी ने आरोप लगाया है कि संत सिंह और मणि यादव ने इनके साथ छेड़छाड़ की है. सोशल मीडिया पर OBC वाइस नाम के एक यूजर ने लिखा कि, मूत्राणी महिला की मनुवादी चाल- पुलिस रेनू तिवारी को पकड़ कर कड़ी सजा दे ताकि भविष्य में कोई महिला किसी पुरुष पर झूठा आरोप न लगाएं . रेनू तिवारी के पति और इसके परिवार वालों की तरफ से कथावाचकों पर किए गए क्रूर अत्याचार को छुपाने के लिए ये महिला किसी भी नीच हरकतों तक जा सकती है.