मेरा पति रात में खोजता है मर्द, पत्नी के इन आरोपों पर- Porn वीडियो वाले डॉक्टर ने बताई- पूरा कहानी
डॉक्टर वरुण दुबे ने भारत समाचार से बातचीत में कहा कि पिछले तीन-चार सालों से उनके परिवार में घरेलू विवाद चल रहा है. उन्होंने बताया कि उनकी मौसी कहती हैं कि जब भी वे घर से बाहर होते हैं, कुछ लोग घर आते हैं. जब वे इस बारे में पत्नी से पूछते हैं, तो वह उनसे झगड़ा करती है और मौसी से भी मारपीट करती है. उनकी पत्नी ने मौसी पर दो-तीन बार जानलेवा हमला भी किया है. इसके बाद जब उनके पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, तो दोनों पक्षों के खिलाफ कार्रवाई हुई, जो लगभग दो साल तक चली.;
बीते कुछ दिनों उत्तर प्रदेश के संतकबीरनगर के एक सरकारी डॉक्टर पर पोर्नोग्राफिक वीडियो बनाने और बेचने का चौंकाने वाला आरोप लगा है. डॉक्टर वरुणेश दुबे पर उनके क्रॉस-ड्रेसिंग करते हुए वीडियो इंटरनेट पर वायरल होने के बाद यह मामला सामने आया है. डॉक्टर दुबे अपनी सरकारी आवास में महिला का वेश धारण करके अन्य पुरुषों के साथ अश्लील वीडियो बनाते थे. ऐसा उनकी पत्नी सिंपी पांडेय ने दावा किया है. हालांकि डॉक्टर ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि उनकी पत्नी उनके संपत्ति पर कब्जा करने के लिए उन्हें बदनाम करने के लिए डीपफेक (AI) वीडियो बना रही है.
वायरल हुई तस्वीरों में डॉक्टर महिला की ड्रेस पहने हुए दिखाई दे रहे हैं, लेकिन स्टेट मिरर हिंदी वीडियो की पुष्टी नहीं करता है. डॉ. दुबे, जो संत कबीर नगर जिले के एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सुपरवाइजर थे, उनकी शादी प्रेम विवाह थी. पत्नी शिल्पी पांडे के मुताबिक डॉक्टर दुबे ने गोरखपुर स्थित घर को छोड़ दिया और सरकारी आवास में पोर्नोग्राफिक गतिविधियां कीं. वे उन वीडियो को ऑनलाइन बेचकर पैसे कमाते थे.
पत्नी के पति पर गंभीर आरोप
इसके आगे पत्नी ने कहा कि 'मैंने एक पेड वेबसाइट पर कुछ वीडियो देखें. हमने पैसे देकर देखा और अपने पति के अश्लील वीडियो पाए. ये वीडियो उनके घर में ही बनाए गए थे. जब मैंने बात करने की कोशिश की, तो उन्होंने मुझे और मेरे भाई को पीटा. पुलिस ने पत्नी की शिकायत पर डॉक्टर के घर छापा मारा और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया. शिकायत में पत्नी ने यह भी बताया कि पति खुद को "ट्रांसजेंडर" भी कहते थे, एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया.
पोर्न वाले डॉक्टर साहब वीडियो पर क्या बोले-
डॉक्टर वरुण दुबे ने भारत समाचार से बातचीत में कहा कि पिछले तीन-चार सालों से उनके परिवार में घरेलू विवाद चल रहा है. उन्होंने बताया कि उनकी मौसी कहती हैं कि जब भी वे घर से बाहर होते हैं, कुछ लोग घर आते हैं. जब वे इस बारे में पत्नी से पूछते हैं, तो वह उनसे झगड़ा करती है और मौसी से भी मारपीट करती है. उनकी पत्नी ने मौसी पर दो-तीन बार जानलेवा हमला भी किया है. इसके बाद जब उनके पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, तो दोनों पक्षों के खिलाफ कार्रवाई हुई, जो लगभग दो साल तक चली.
डॉक्टर ने आगे बताया कि बार-बार मारपीट के बाद मामला पुलिस थाने तक पहुंचा. उनकी पत्नी फरीदाबाद वाले आवास पर खूब उत्पात करती थी, और खुद को चोट पहुंचाने का नाटक करती थी. इसके चलते उन्होंने पूरे घर में सीसीटीवी कैमरे लगवा दिए. हालांकि उनकी पत्नी ने कैमरों का विरोध किया और घर छोड़ने के बाद कैमरों को डिसकनेक्ट कर दिया, जिससे स्पष्ट होता है कि घर में कोई आता-जाता है.
उन्होंने कहा कि वे समाज के दबाव और बच्चों के कारण इस रिश्ते को सहते रहे. जब उन्होंने आपसी सहमति से अलग होने की बात कही, तो पत्नी ने कहा कि "मुझे सब कुछ चाहिए- तुम्हारी नौकरी भी और तुम्हें मर जाना चाहिए.
डॉक्टर ने बताया कि जब उन्होंने घर आना-जान बंद कर दिया, तो उनकी पत्नी ने उनके खिलाफ साजिश रचनी शुरू कर दी. 18 मई को उन्होंने बच्चे की तबीयत खराब होने का बहाना बनाया और उन्हें घर बुलाया. जैसे ही वे घर पहुंचे, पत्नी ने उनसे लड़ाई की. डॉक्टर ने वीडियो बनाना शुरू किया, लेकिन पत्नी ने मोबाइल छीन लिया और चिल्लाने लगी. इसके तुरंत बाद घर के अन्य लोग भी आ गए और मौसी समेत डॉक्टर पर हमला किया.
डॉक्टर ने कहा कि इसके बाद उन्हें एआई वीडियो के जरिए बदनाम किया गया और कई तरह के आरोप लगाए गए. उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है. उनका साफ कहना है कि उनकी पत्नी का एक ही मकसद है- उनकी हत्या करना और उसे आत्महत्या बताना। इसलिए वे अब उनके साथ नहीं रह सकते क्योंकि उनकी जान खतरे में है.