राजस्थान में अब नौकरी ही नौकरी! संस्कृत शिक्षा के लिए 4 हजार नई भर्ती का प्लान
राजस्थान सरकार अलग-अलग विभाग में लाखों युवाओं की भर्ती करने वाली है. महंगाई के इस दौर में ऐसा कदम जनता के लिए बड़ी राहत से कम नहीं है. इस बारे में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि संस्कृत शिक्षा में 4 हजार नई भर्तियां जल्द होगी. दिलावर ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राजस्थान लोक सेवा आयोग एवं कर्मचारी चयन बोर्ड के जरिए से संस्कृत शिक्षा में करीब 4 हजार नई भर्तियां की जाएंगी.;
Rajasthan Government Jobs: राजस्थान सरकार में बेरोजगारी की समस्या को खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा लगातार कल्याणकारी फैसले ले रहे हैं. युवाओं को नौकरी दिलाने के लिए बहस सी योजनाएं चलाई जा रही हैं और भविष्य को लेकर प्लान बनाया जा रहा है. अब सीएम शर्मा ने प्रदेश में बड़ी संख्या में नौकरी देने का बड़ा एलान किया है.
जानकारी के अनुसार, राजस्थान सरकार अलग-अलग विभाग में लाखों युवाओं की भर्ती करने वाली है. महंगाई के इस दौर में ऐसा कदम जनता के लिए बड़ी राहत से कम नहीं है. इस बारे में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि संस्कृत शिक्षा में 4 हजार नई भर्तियां जल्द होगी.
अजमेर को दी सौगात
मदन दिलावर ने रविवार को अजमेर जिले के श्रीनगर में एक समारोह में शामिल हुए. यह कार्यक्रम भामाशाह श्रीगोपाल राठी परिवार की ओर से 2.64 करोड़ रुपये की लागत से बने संस्कृत विद्यालय का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने 4 लाख भर्ती की बात कही. दिलावर ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राजस्थान लोक सेवा आयोग एवं कर्मचारी चयन बोर्ड के जरिए से संस्कृत शिक्षा में करीब 4 हजार नई भर्तियां की जाएंगी. विभाग में एक भी पद खाली नहीं रहेगा.
विभाग में खुलेंगी वेद कक्षाएं
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के कहा कि कॉलेजों और स्कूलों में संस्कृत शिक्षा, ज्योतिष, आयुर्वेद आदि के कोर्स शुरू किए जाएंगे. इस पर दिलावर ने बताया कि सभी संभाग ऑफिस पर वेद क्लास शुरू की जाएंगी. संस्कृत विद्यालयों के भवनों की मरम्मत के लिए प्रदेश सरकार ने 50 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है.
बच्चों के रिजल्ट पर अनोखा कदम
हाल ही में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने फैसला लिया था कि बोर्ड परीक्षा और रीट परीक्षा के प्रश्न पत्रों की सुरक्षा के लिए अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि अगर अच्छे नंबर लाने वाले छात्र अगर थ्योरी में फेल हुए तो शिक्षकों का मूल्यांकन किया जाएगा. प्रैक्टिकल में 20 में से 20 नंबर स्टूडेंट को देती है. उसके थ्योरी में 80 में से 40 नंबर यानी 50 फीसदी नंबर लाने होंगे. अगर ऐसा नहीं हुआ तो बच्चों को तो पास कर दिया जाएगा, लेकिन मास्टर साहब फेल हो जाएंगे. शिक्षकों का मूल्यांकन किया जाएगा.