अब महिलाओं की सुरक्षा दोगुनी! राजस्थान में कालिका पेट्रोलिंग यूनिट करेगी पेट्रोलिंग
राजस्थान पुलिस ने महिला सुरक्षा के लिए एक सराहनीय कदम उठाया है, जिसमें नई पेट्रोलिंग यूनिट बनाई गई है, जिसका नाम कालिका पेट्रोलिंग है. ये यूनिट न केवल सार्वजनिक स्थानों बल्कि कॉलेजों में भी पेट्रोलिंग करेंगी. इसे अगले सप्ताह लॉन्च किया जाना है.;
अगले हफ्ते राजस्थान में मॉल, कॉलेज और धार्मिक जगहों पर पेट्रोलिंग करने के लिए ब्लू यूनिफॉर्म में फीमेल पुलिस नजर आएंगी. राज्य पुलिस अपनी ‘कालिका पेट्रोलिंग यूनिट’ शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है. बता दें कि महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से ये स्पेशल यूनिट बनाई गई है.
राजस्थान की एडिशनल डायरेक्टर जनरल मालिनी अग्रवाल ने बताया कि शुरुआत फेज़ में 250 ऐसी पुलिस टीमें बनाई गई हैं, जिनमें से प्रत्येक में चार महिलाएं होंगी. बाद में इसे 500 टीमों तक बढ़ाया जाएगा. इनमें से जयपुर में 35 यूनिट होंगी - जबकि हर जिले में आयुक्तालय में 10 यूनिट होंगी. ये पेट्रोलिंग टीम सीनियर महिला पुलिस ऑफिसर्स की लीडरशिप में काम करेंगे.
छेड़छाड़ की मिली कई शिकायतें
सीनियर ऑफिसर ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि “छेड़छाड़ की कई शिकायतें मिली हैं. इसलिए, महिला पुलिस ऑफिसर्स की लीडरशिप में महिलाओं के लिए एक स्पेशल पेट्रोलिंग यूनिट बनाने के बारे में सोचा गया. कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल-रैंक की महिलाएं स्कूटर पर पब्लिक जगहों पर पेट्रोलिंग करेंगी.
कैसे होगी वर्दी?
वर्दी के लिए यूनिट्स एक खास नीले रंग की यूनिफॉर्म पहनेंगी, जिसके पीछे नियॉन मोनोग्राम होगा. साथ ही मैचिंग कैप भी होगी. इसके अलावा, उनके स्कूटर और हेलमेट काले रंग के होंगे. इसके आगे ऑफिसर ने कहा कि "यह कॉम्बिनेशन पेट्रोलिंग टीम को आसानी से पहचानने योग्य और प्रोफेशनल बनाता है." साथ ही ,उन्होंने बताया कि कॉल के लिए एक स्पेशल पुलिस कंट्रोल रूम और नंबर जनरेट किया जाएगा.
महिलाओं की सुरक्षा के लिए उठाया कदम
इस जून में राज्य की भजन लाल शर्मा सरकार के हिस्से के रूप में कालिका पेट्रोलिंग यूनिट्स की घोषणा की गई थी. घोषणा करते समय राज्य की वित्त मंत्री दीया कुमारी ने कहा कि ऐसे स्क्वैड का उद्देश्य "राज्य में बच्चों और महिलाओं के खिलाफ अत्याचारों को रोकना" है. साथ ही, राज्य ने यह भी घोषणा की थी कि वह अपने मौजूदा निर्भया विशेष महिला दस्ते का विस्तार करेगा और सार्वजनिक स्थानों, लड़कियों और महिलाओं के छात्रावासों में सीसीटीवी कैमरे लगाएगा.