क्या है राजस्थान की पोषाहार योजना? गर्भवती महिलाओं के लिए स्कीम में ये बदलाव कर रही सरकार
राजस्थान सरकार ऐसी ही एक योजना 'राजस्थान पोषाहार योजना' में बड़ा बदलाव करने जा रही है. सरकार ने फैसला लिया है कि पोषाहार सिर्फ उसी धात्री या गर्भवती महिला को मिलेगा, जो आंगनबाड़ी पर जाएंगी. फेस रिकग्निजेशन करवाएंगी और ओटीपी देंगे. योजना में गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को पोषाहार दिया जाता है. इसके तहत 1400 ग्राम फोर्टिफाइड न्यूट्री मीठा दलिया व फोर्टिफाइड मूंग दाल दी जाती है.;
Rajasthan Poshahar Yojana: राजस्थान सरकार प्रदेश की महिलाओं के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चला रही है. महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए अहम कदम उठाए जा रहे हैं. वहीं उनकी सेहत और गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार प्रदान हो इसके लिए भी स्कीम शुरू की गई है. अब सरकार ऐसी ही एक योजना 'राजस्थान पोषाहार योजना' में बड़ा बदलाव करने जा रही है.
जानकारी के अनुसार, राजस्थान के आंगनबाड़ी में गर्भवती व स्तन पान कराने वाली महिलाओं को पोषाहार दिया जाता है. इसे महिलाएं की जगह अन्य परिवार की महिलाएं ले जाती हैं. लेकिन अब ऐसा नहीं होने वाला है. पोषाहार का लाभ सिर्फ लाभार्थियों को ही मिले इसके लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है.
स्कीम में होगा बदलाव
राजस्थान सरकार ने फैसला लिया है कि पोषाहार सिर्फ उसी धात्री या गर्भवती महिला को मिलेगा, जो आंगनबाड़ी पर जाएंगी. फेस रिकग्निजेशन करवाएंगी और ओटीपी देंगे. यह सिस्टम अगले चरण में 6 माह और 3 वर्ष और केंद्र पर आने वाले 3 से 6 साल तक के बच्चों के लिए भी लागू किया जाएगा.
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर चेहरे की पहचान के लिए गर्भवती व स्तनपान वाली महिलाओं के फोटो पोर्टल पर अपलोड किए जा रहे हैं. पोषाहार वितरण के वक्त लाभार्थी के रजिस्टर मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा. इस दौरान कार्यकर्ता, पोषाहार वितरण करते समय उस ओटीपी को अपने पोषण ट्रैकर पर दर्ज करेंगी.
कार्यकर्ताओं को दी जा रही ट्रेनिंग
पोषाहार वितरण के नए सिस्टम के लिए कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग दी जा रही है. इस दौरान ओटीपी व फेस आईडी सिस्टम के ढंग से काम कर रहे. जिससे फेस रिकग्निजेशन व ओटीपी से पोषाहार वितरण शुरू करने के बाद कोई दिक्कत न आए.
क्या है राजस्थान पोषाहार योजना?
राजस्थान सरकार की ओर से चलाई जा रही राजस्थान पोषाहार योजना में गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को पोषाहार दिया जाता है. इसके तहत 1400 ग्राम फोर्टिफाइड न्यूट्री मीठा दलिया व फोर्टिफाइड मूंग दाल दी जाती है. उन्हें चावल, खिचड़ी और 700 ग्राम फोर्टिफाइड सादा गेहूं व दलिया का पैकेट दिया जाता है. गर्भवती महिला को 9 महीने तक लगातार व स्तनपान कराने वाली महिलाओं को 6 माह तक इन पोषाहार के पैकेट दिए जाते हैं.