पंजाब में सोलर पंप योजना से किसानों की हो रही मदद, 60 फीसदी मिलती है सब्सिडी, जानिए इसके बारे में
मान सरकार की सोलर पंप योजना की मदद से किसान बड़ी आसानी से अपनी फसलों की सिंचाई कर पाएंगे. उन्हें देर रात तक जागकर अपने खेतों में सिंचाई करने की जरूरत नहीं पड़ती है. इसके तहत लाभार्थियों को 60 फीसदी सब्सिडी दी जाएगी. वहीं एससी कैटेगरी वाले किसानों को 80 प्रतिशत सब्सिडी मिलती है.;
Solar Pump Scheme: पंजाब सरकार किसानों के हितों के लिए एक लाभकारी योजना चला रही है. जिसका नाम 'सोलर पंप स्कीम' है. राज्य सरकार का मकसद किसानों को फसलों की सिंचाई के लिए किसी तरह की परेशानी न हो.
सोलर पंप योजना की मदद से किसान बड़ी आसानी से अपनी फसलों की सिंचाई कर पाएंगे. उन्हें देर रात तक जागकर अपने खेतों में सिंचाई करने की जरूरत नहीं पड़ती है. आप भी इसका लाभ पाने के लिए आवेदन कर सकते हैं.
क्या है सोलर पंप स्कीम?
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसानों की सुविधा के लिए सोलर पंप योजना की शुरुआत की थी. इसके तहत किसानों को सोलर पंप सेट दिए जाते हैं. इससे किसानों को खेती में सिंचाई के लिए बिजली पर निर्भर नहीं रहना पड़ता और किसान दिन में भी सिंचाई कर सकते हैं. सोलर पंप लगने से पैसों की बचत होती है. लाखों किसान ऐसे भी हैं, जिनके पास फसल उगाने के लिए पैसों की कमी रहती है. इसलिए सिंचाई में समस्या आती है. लेकिन यह स्कीम सबके काम आ रही है.
किसानों को मिलेगी सब्सिडी
सोलर पंप स्कीम के तहत लाभार्थियों को 60 फीसदी सब्सिडी दी जाएगी. वहीं एससी कैटेगरी वाले किसानों को 80 प्रतिशत सब्सिडी मिलती है. किसानों को अलग-अलग हॉर्स पावर के लिए सोलर पंप पर यह छूट मिलती है. बता दें कि मार्केट में तीन हॉर्स पावर मोटर वाले पंप की कीमत करीब 2.9 लाख रुपये हैं. जबकि पांच हॉर्स पावर वाला मोटर 3.3 लाख रुपये में मिलता है. वहीं साढ़े सात वाले की कीमत 4.15 लाख और 10 एचपी मोटर की कीमत 5.57 लाख रुपये है.
क्या है सरकार का लक्ष्य?
इस योजना का लक्ष्य पंजाब के कुल बीस हजार किसानों को सब्सिडी पर सोलर पंप सेट देखना है. स्कीम के जरिए सामान्य वर्ग के किसानों को 15,000 सोलर पंप सेट, अनुसूचित जाति के किसानों को 2000 सोलर पंप सेट और 3000 पंप सेट पंचायतों को दिए जाएंगे.
किसानों को मिलेगी मुफ्त बिजली
इसी साल जून में पंजाब सरकार ने धान के खेतों के लिए मुफ्त बिजली देने की शुरुआत की. किसानों को रोज 8 घंटे बिजली दी जाती है. इस फैसले को लेकर पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड का कहना है कि उसने धान के सीजन के लिए बिजली की मांग को पुरा किया जाता है.