5 लाख लिए, फिर भी काम नहीं किया....कांग्रेस MLA के वायरल ऑडियो क्लिप पर झारखंड में बवाल, ममता देवी ने कहा- पता नहीं
झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र में गुरुवार को उस समय हंगामा मच गया जब विपक्ष के नेता और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने एक सनसनीखेज ऑडियो टेप सदन में पेश किया. इस कथित रिकॉर्डिंग में कांग्रेस की रामगढ़ विधायक ममता देवी की आवाज़ में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री एवं कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी पर गंभीर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है.;
झारखंड में भाजपा ने सत्तारूढ़ गठबंधन (जिसमें झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस शामिल हैं) पर बड़ा भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. यह मामला गुरुवार को विधानसभा के शीतकालीन सत्र में उठा. विपक्ष के नेता और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सदन में खड़े होकर कहा कि उनके पास एक ऑडियो रिकॉर्डिंग है, जिसमें दो कांग्रेस विधायक आपस में बात कर रहे हैं.
इस बातचीत में एक काम करवाने के लिए 5 लाख रुपये कमीशन (रिश्वत) मांगे जाने की चर्चा हो रही है. मरांडी ने बताया कि इस ऑडियो में कांग्रेस की महिला विधायक ममता देवी (जो रामगढ़ से विधायक हैं) राज्य के स्वास्थ्य मंत्री और कांग्रेस के ही दूसरे विधायक इरफान अंसारी पर आरोप लगा रही हैं. ममता देवी कह रही हैं कि मंत्री ने एक नर्सिंग कॉलेज को एनओसी (अनापत्ति प्रमाण-पत्र) देने के बदले 5 लाख रुपये लिए, लेकिन इसके बावजूद काम आज तक शुरू नहीं हुआ.
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भ्रष्टाचार कितना गहरा है
मरांडी ने यह ऑडियो वाली पेन ड्राइव विधानसभा अध्यक्ष को सौंप दी और कहा, 'यह बहुत गंभीर मामला है. अपनी ही पार्टी की एक विधायक अपने ही सरकार के मंत्री पर रिश्वत लेने का आरोप लगा रही है. इससे साफ पता चलता है कि इस सरकार में भ्रष्टाचार कितना गहरा है. मैं मांग करता हूं कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष और गहन जांच हो, जरूरत पड़े तो सीबीआई या किसी बड़ी एजेंसी से करवाई जाए.'
क्या रहा ममता देवी जा जवाब
इसके बाद जब मीडिया ने विधायक ममता देवी से इस ऑडियो के बारे में पूछा तो उन्होंने साफ इंकार कर दिया. ममता देवी ने कहा, 'मुझे किसी वायरल ऑडियो की कोई जानकारी नहीं है. यह ऑडियो मेरी आवाज वाला नहीं है. मैं तो सिर्फ अपने क्षेत्र की जनता के स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दे मंत्री जी तक पहुंचा रही थी, यह मेरा काम है. भाजपा वाले झूठा ऑडियो बनाकर मुझे और सरकार को बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं.' दूसरी तरफ स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी से इस पूरे मामले पर कोई जवाब नहीं मिल पाया. कई बार फोन करने और मैसेज करने के बाद भी उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. इस तरह झारखंड विधानसभा में यह ऑडियो विवाद बड़ा मुद्दा बन गया है और विपक्ष इसे लेकर सरकार पर हमलावर है.