ये लड़कियों का सप्लायर है... विधायक मामन खान के खिलाफ फेसबुक पोस्ट से फैली अफवाह, जानें क्यों ट्रोल हुए नेताजी
Nuh News: फिरोजपुर झिरका विधानसभा विधायक मामन खान के खिलाफ फेसबुक पर अफवाह फैलाई गई. आरोपियों ने मामन खान का नंबर फेसबुक पर डालकर लिखा कि यह लड़कियों सप्लायर है. पुलिस ने मामले पर एक्शन लेते हुए 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. अब आगे की जांच की जा रही है.;
Nuh News: हरियाणा के नूंह जिले में इन दिनों काफी सियासी बवाल मचा हुआ है. फिरोजपुर झिरका विधानसभा विधायक मामन खान लड़कियों को लेकर अभद्र टिप्पणी करने की अफवाह की वजह से वह बुरे फंस गए. सोशल मीडिया पर उन्हें काफी ट्रोल किया जा रहा है. पुलिस ने मामले पर एक्शन लेते हुए 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है और मामले की जांच की जा रही है.
नगीना थाना क्षेत्र में मामन खान के भाई ने आरोपियों के खिलाफ शिकाय दर्ज कराई. इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की. शिकायत में आरोप लगाया गया कि उनके परिवार को कुछ लोग सोशल मीडिया के जरिए बदनाम कर रहे हैं. बिना मतलब के टारगेट किया जा रहा है.
क्या है मामला?
विधायक के भाई ने कहा कि फेसबुक आई़डी पर उनके साथ गाली-गलौच भी कर रहे हैं और आपत्तिजनक कमेंट भी कर रहे हैं. लगभग 6 लोगों का सोशल मीडिया एक ग्रुप बना है. इससे वह सभी मामन खान की आड़ में खुद हिंदू-मुस्लिम भावनाओं को भड़काने का प्रयास कर रहे हैं.
आरोपियों ने मामन खान का नंबर फेसबुक पर डालकर लिखा कि यह लड़कियों सप्लायर है. आरोपी कई बार हमारे साथ इस तहर की हरकत कर चुके हैं. इससे पहले साल 2024 में उन लोगों ने बहुत सारी पोस्ट डाली. हमने पुलिस से शिकायत भी की, लेकिन पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया.
सबके पीछे सरपंच का नाम?
उन्होंने आरोप लगाया कि असलम सरपंच देडवाल की फेसबुक प्रोफाइल से यह सब किया जा रहा है. उसकी आईडी से ताहिर हुसैन, जकरिया गांव का साकरस, मौसम गांव रानीका और अबरार व अनवर अब्बास निवासी सटकरपुरी मिलकर हैंडल करते हैं. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी.
आरोपों को लेकर विधायक का बयान
इस मामले को लेकर मामन खान ने बयान भी जारी किया. शु्क्रवार (1 अगस्त) नूंह की अनाज मंडी में पंचायत में पहुंचे. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया चलाने वाले दलाल हैं. हरियाणा में सोशल मीडिया चलाने वाले लोग अपने नेताओं की इज्जत करते हैं.
विधायक ने कहा कि मेवात के फेसबुकिया सबसे अलग हैं. मेरे ऊपर बूचड़खानों से कमीशन का आरोप लगाया जाता है, जिसमें कोई सच्चाई नहीं है. वह 4 साल बाद फिर से इलेक्शन है, चुनाव के मैदान में मुकाबला करने आओ.