रेखा गुप्ता को दिल्ली का CM चुनकर BJP ने आम आदमी पार्टी को क्या मैसेज दिया?
रेखा गुप्ता ने आज यानी 20 फरवरी को दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लिया. वह दिल्ली में बीजेपी की दूसरी महिला सीएम हैं. इसी के साथ वह बीजेपी शासित राज्यों की मौजूदा समय में इकलौती महिला सीएम बन गई हैं. रेखा को दिल्ली का सीएम बनाकर बीजेपी ने आम आदमी पार्टी को स्पष्ट और कड़ा मैसेज दिया है.;
Rekha Gupta: रेखा गुप्ता ने गुरुवार (20 फरवरी) को दिल्ली की मु्ख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. वह बीजेपी की दूसरी और दिल्ली की चौथी महिला सीएम हैं. इसके साथ ही, इस समय वह बीजेपी शासित राज्यों की इकलौती महिला सीएम हैं. उनसे पहले, वसुंधरा राजे राजस्थान की महिला सीएम थीं. उनके बाद अब जाकर बीजेपी ने किसी राज्य में महिला को मुख्यमंत्री बनाया है.
रेखा गुप्ता को सीएम बनाकर बीजेपी ने आम आदमी पार्टी (AAP) को भी स्पष्ट और कड़ा संदेश दिया है. रेखा से पहले आतिशी दिल्ली की सीएम थीं. दिल्ली को सबसे पहले बीजेपी ने सुषमा स्वराज के रूप में पहली महिला सीएम दिया था. इसके बाद कांग्रेस की शीला दीक्षित लगातार 15 साल तक सीएम रहीं.
रेखा को CM बनाकर AAP को BJP ने क्या मैसेज दिया?
- बीजेपी ने रेखा गुप्ता को सीएम बनाकर AAP को यह संदेश दिया है कि आधी आबादी को वह कितना महत्व देती है. यहां तक कि आधी आबादी दिल्ली की सीएम भी बन सकती है. बीजेपी ने AAP को यह संदेश भी दिया है कि उसने आतिशी को अस्थाई सीएम बनाया था, जबकि हमने रेखा के रूप में दिल्ली को एक स्थाई महिला सीएम दिया है. इससे अब केजरीवाल के लिए दिल्ली की सत्ता को दोबारा हासिल करना काफी मुश्किल हो गया है.
- अरविंद केजरीवाल वैश्य समाज से आते हैं. इनकी आबादी दिल्ली में काफी ज्यादा है. रेखा गुप्ता भी वैश्य समुदाय से ही आती हैं. यह समुदाय बीजेपी का कोर वोटर माना जाता है. रेखा के जरिए बीजेपी ने इस समुदाय के वोटबैंक पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है. इसका फायदा उसे बिहार चुनाव में मिल सकता है. इससे AAP को साफ संदेश दिया गया है कि अब वैश्य वोटर बीजेपी के साथ है.
- केजरीवाल हरियाणा के रहने वाले हैं. रेखा गुप्ता भी मूल रूप से हरियाणा की रहने वाली हैं. ऐसे में उन्हें सीएम बनाने की गूंज हरियाणा तक सुनाई देगी. इससे बीजेपी की पकड़ हरियाणा पर मजबूत होगी. माना जाता है कि हरियाणा पर दिल्ली का काफी असर होता है. वहां के मतदाताओं के बीच यह संदेश जाएगा कि हरियाणा की बेटी दिल्ली की सीएम हैं. इसका फायदा बीजेपी को आने वाले चुनावों में मिलेगा. इसके साथ ही यह भी संदेश जाएगा कि हरियाणा का एक बेटा दिल्ली का सीएम होकर अपने ही राज्य के ऊपर यमुना में जहर मिलाने का आरोप लगाता है, जबकि हरियाणा की ही बेटी यमुना की सफाई का काम करेगी.
- चुनाव प्रचार के दौरान यह बात सामने आई थी कि AAP की तरफ महिलाओं का झुकाव ज्यादा है. इसलिए बीजेपी ने महिलाओं पर ज्यादा फोकस किया और AAP के 2100 के मुकाबले उसने महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये देने का वादा किया. इसका असर भी देखने को मिला और उसे बड़ी संख्या में महिलाओं का वोट मिला. इस तरह AAP को बीजेपी ने स्पष्ट मैसेज दे दिया कि अब महिलाएं 'झाड़ू' के साथ नहीं, बल्कि 'कमल' के साथ हैं.
- AAP की राजनीतिक बुनियाद ही भ्रष्टाचार पर टिकी हुई थी. बीजेपी ने चुनाव प्रचार के दौरान लगातार शीशमहल और शराब घोटाले का मुद्दा उठाकर उसकी बुनियाद को हिलाकर रख दिया. रेखा के ऊपर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा है. उनके जरिए बीजेपी ने केजरीवाल की भ्रष्टाचार विरोधी राजनीति को नेस्तनाबूद कर दिया और यह संदेश दिया कि बीजेपी भ्रष्टाचार से मुक्त पार्टी है.
- केजरीवाल की तरह ही रेखा गुप्ता का भी कोई राजनीतिक बैकग्राउंड नहीं है. इसके जरिए बीजेपी ने यह संदेश दिया है कि पार्टी का कोई भी सामान्य कार्यकर्ता मुख्यमंत्री बन सकता है.
- रेखा के जरिए बीजेपी ने बिहार चुनाव के लिए आधी आबादी के वोटबैंक को अपने पाले में करने की कोशिश की है, क्योंकि आधी आबादी ने कई राज्यों में बीजेपी की सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. इनमें मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और अब दिल्ली शामिल है.
- बीजेपी पर अभी तक आरोप लगते रहे हैं कि वह किसी महिला को सीएम नहीं बनाती. अब रेखा गुप्ता के जरिए बीजेपी ने इन आरोपों को मुंहतोड़ जवाब दिया है.
दिल्ली में 46 फीसदी महिला
बता दें कि दिल्ली में करीब 46 फीसदी महिला मतदाता हैं. जिन 40 सीटों पर महिलाओं की वोटिंग ज्यादा देखने को मिली थी, उसमें से 29 सीटों पर बीजेपी को जीत मिली है. इस बार पुरुषों के मुकाबले महिलाओं ने 0.72 फीसदी ज्यादा मतदान किया है. चुनाव आयोग के आंकड़ों को मुताबिक, महिलाओं ने 60.92 फीसदी, जबकि पुरुषों ने 60.20 फीसदी वोटिंग की है.