राजधानी की हवा 'बहुत खराब', AQI 302 के साथ स्कूलों में हाइब्रिड मोड लागू

दिल्ली में वायु प्रदूषण और एयर क्वालिटी बिगड़ रही है. यह स्थिति शहर के लिए एक चिंता का विषय बन गई है, क्योंकि इससे ना केवल सांस लेने में कठिनाई हो रही है, बल्कि यह लोगों के स्वास्थ्य पर भी गहरा प्रभाव डाल रहा है.;

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Edited By :  संस्कृति जयपुरिया
Updated On : 28 Nov 2024 9:42 AM IST

दिल्ली में एयर क्वालिटी दिनों दिन बिगड़ती जा रही है, और आंकड़े इसके और ज्यादा बढ़ने की ओर इशारा करते हैं. गुरुवार सुबह 6 बजे, दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 302 तक पहुंच गया, जो कि "बहुत खराब" श्रेणी में आता है. बुधवार को एयर क्वालिटी में कुछ मामूली सुधार देखा गया था, लेकिन एक्यूआई फिर भी 312 पर रहा. यह स्थिति शहर के लिए एक चिंता का विषय बन गई है, क्योंकि इससे ना केवल सांस लेने में कठिनाई हो रही है, बल्कि यह लोगों के स्वास्थ्य पर भी गहरा प्रभाव डाल रहा है.

दिल्ली के विभिन्न इलाकों में एक्यूआई का लेवल चिंताजनक रूप से बढ़ गया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, कुछ प्रमुख क्षेत्रों में यह आंकड़े निम्नलिखित थे: आनंद विहार: 357, अशोक विहार: 318, बवाना: 341, बुराड़ी क्रॉसिंग: 320, जहांगीरपुरी: 354, चांदनी चौक: 293, द्वारका सेक्टर 8: 332, आईजीआई हवाई अड्डा: 301, आईटीओ: 284, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम: 267, लोधी रोड: 261, मुंडका: 364, नरेला: 312, नेहरू नगर: 331, पटपड़गंज: 325, पंजाबी बाग: 311, पूसा: 281, आरके पुरम: 310, रोहिणी: 317, शादीपुर: 351, विवेक विहार: 328 और वजीरपुर: 330.

इसके अलावा, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के अन्य प्रमुख शहरों जैसे फरीदाबाद (176), गुरुग्राम (221), गाजियाबाद (260), ग्रेटर नोएडा (227), और नोएडा (282) में भी एयर क्वालिटी "मध्यम" से "खराब" श्रेणी में रही है.

एयर क्वालिटी के बढ़ते प्रभाव और दिल्ली में लागू किए गए कदम

दिल्ली में एयर क्वालिटी की गंभीरता को देखते हुए, सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर एयर क्वालिटी प्रबंधन आयोग (CAQM) ने दिल्ली-एनसीआर के शैक्षिक संस्थानों में हाइब्रिड मोड को अनिवार्य कर दिया है. इसके साथ ही, वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति के कारण ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP)-IV को लागू किया गया है. इस योजना के तहत, ट्रकों के दिल्ली में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और सार्वजनिक निर्माण कार्यों को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है.

स्वास्थ्य पर वायु प्रदूषण के दुष्प्रभाव

दिल्ली में वायु प्रदूषण का असर लोगों के स्वास्थ्य पर गहरा हो गया है. प्रदूषण से संबंधित बीमारियों के कारण अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ी है. विशेष रूप से, सांस की तकलीफ, अस्थमा, और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ गया है. प्रदूषण का असर केवल सांस तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे शरीर को प्रभावित करता है, जिससे दिल, मस्तिष्क, और अन्य अंगों पर भी बुरा असर पड़ता है.

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