नजफगढ़ से नोएडा नॉनस्‍टॉप, राजधानी को रफ्तार देगा तीसरा रिंग रोड; जानें फुल डिटेल

दिल्ली की तीसरी रिंग रोड जल्द ही तैयार होने वाली है. इससे न केवल ट्रैफिक कम होगा बल्कि लंबी दूरी का सफर भी घट जाएगा. इस प्रोजेक्ट की लागत लगभग 8,000 करोड़ रुपये है. ऐसे में अब जल्द ही दिल्ली की रफ्तार और तेज होने वाली है.;

( Image Source:  ANI )
Edited By :  हेमा पंत
Updated On : 7 Jun 2025 5:35 PM IST

दिल्ली में ट्रैफिक की भीड़, लंबे जाम और IGI एयरपोर्ट तक पहुंचने में लगने वाला समय अब जल्द ही बीते दिनों की बात हो सकती है. राजधानी की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक तीसरी रिंग रोड है. इसे अब नेशनल हाइवे का नाम दिया गया है. तीसरी रिंग रोड सिर्फ एक हाइवे नहीं, बल्कि एक नई दिशा है. जहां बेहतर संपर्क, कम प्रदूषण और तेज़ सफर राजधानी की नई पहचान बनेंगे.

यह प्रोजेक्ट न केवल दिल्ली के जाम झेल रहे रास्तों को राहत देगी, बल्कि पूरे NCR को एक तेज़ और संगठित यात्रा नेटवर्क में बदलने की क्षमता रखती है. लगभग 8,000 करोड़ रुपये की लागत से बन रही है और यह अपने अंतिम चरण में पहुंच चुकी है. उम्मीद की जा रही है कि यह परियोजना अगले दो महीनों में पूरी हो जाएगी.

IGI एयरपोर्ट तक अब होगा फुर्सत का सफर

इस 74 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे का मुख्य उद्देश्य दिल्ली और NCR के बाहरी इलाकों से IGI एयरपोर्ट तक के सफर को आसान बनाना है. अधिकारी बताते हैं कि इससे यात्रा का समय आधा हो जाएगा. साथ ही, ये सड़क चंडीगढ़, गुड़गांव और हवाई अड्डे के बीच की दूरी को भी कम कर देगी.

ट्रैफिक, पॉल्यूशन और समय होगा कम

इस रिंग रोड के बनने से केवल कनेक्टिविटी ही नहीं बढ़ेगी, बल्कि यह दिल्ली में ट्रैफिक के बड़े हिस्से को भी डायवर्ट करने में मदद करेगी. इस पर एक अधिकारी ने बताया कि ' यह प्रोजेक्ट ट्रैफिक की भीड़ को कम करने, गाड़ियों से होने वाले पॉल्यूशन को घटाने और फ्यूइल की बचत करने में भी मदद करेगा.'

कहां से कहां तक फैला है ये रास्ता?

एक्सप्रेसवे अलीपुर (NH-44) से शुरू होकर महिपालपुर (NH-48) पर खत्म होता है. यह बवाना, रोहिणी, मुंडका, बक्करवाला, नजफगढ़ और द्वारका जैसे औद्योगिक और ग्रामीण इलाकों से गुजरता है. बहादुरगढ़ (हरियाणा) और नजफगढ़ (दिल्ली) के बीच एक महत्वपूर्ण लिंक के तौर पर काम करेगा. साथ ही, यह द्वारका एक्सप्रेसवे और गुड़गांव, पूर्वी और पश्चिमी परिधीय एक्सप्रेसवे को भी जोड़ेगा, जिससे राज्य सीमाओं के पार कनेक्टिविटी में क्रांतिकारी बदलाव आएगा.

नजफगढ़ से नोएडा तक होगी सीधी पकड़

इस प्रोजेक्ट से कुछ इलाकों को सबसे बड़ा फायदा मिलेगा. इनमें नजफगढ़, मुंडका, कराला, अलीपुर और बवाना शामिल है. इन इलाकों को अब दक्षिण दिल्ली, नोएडा और फरीदाबाद जैसे विकसित हिस्सों से जोड़ना आसान हो जाएगाय

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