सुरक्षित हो रही दिल्ली! स्नैचिंग से लेकर फायरिंग तक... पुलिस ने जारी की क्राइम रिपोर्ट

दिल्ली पुलिस ने अपराध को लेकर नवंबर 2024 तक के मामलों की एक रिपोर्ट जारी की है. जिसमें पिछले साल के मुकाबले राज्य में क्राइम में कमी देखने को मिली है. रिपोर्ट में बताया गया कि स्नैचिंग जैसे अपराधों में 15.6 फीसदी की कमी आई है. राजधानी में हालात अब पहले के मुकाबले काफी सुधर गए हैं और इसमें कमी के लिए पुलिस प्रयास कर रही है.;

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Delhi Crime: देश की राजधानी दिल्ली में अक्सर खुले आम बदमाशों का आंतक देखने को मिलता है. दिन दहाड़े लूट और चोरी के मामले सामने आते हैं. अब एक रिपोर्ट जारी की गई है, जिसमें बताया गया कि राजधानी में अपराध के मामलों में गिरावट दर्ज की गई है.

TOI की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने अपराध को लेकर नवंबर 2024 तक के मामलों की एक रिपोर्ट जारी की है. जिसमें पिछले साल के मुकाबले राज्य में क्राइम में कमी देखने को मिली है. रिपोर्ट में बताया गया कि स्नैचिंग जैसे अपराधों में 15.6 फीसदी की कमी आई है.

दिल्ली में अब कम हो रहे क्राइम

पुलिस की ताजा क्राइम आंकड़ों की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में 2024 में लूट में 7 फीसदी की कमी आई है. शहर में फायरिंग से जुड़े अपराधों की संख्या भी घटी है, पिछले साल की तुलना में यह 10 फीसदी कम है. स्नैचिंग की आंकड़े 2023 में 7,256 मामले दर्ज किए गए थे जो इस साल 6,118 हो गए. लूट की संख्या पिछले साल 1,514 से कम होकर 2024 में 1,408 हो गई. अपराध के मामलों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. इस तरह कहा जा सकता है कि राजधानी में हालात अब पहले के मुकाबले काफी सुधर गए हैं और इसमें कमी के लिए पुलिस प्रयास कर रही है.

पुलिस जारी रखेगी आरोपियों पर कार्रवाई

दिल्ली पुलिस ने अपराध में आई गिरावट का श्रेय सड़क पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के प्रयास को दिया है. माना जा रहा है कि भारतीय न्याय संहिता को भी अपराध में करने में अहम भूमिका निभाई है. क्योंकि इसमें स्नैचिंग को एक अलग से अपराध के रूप में मान्यता दी गई है, जो पहले नहीं थी. अब पुलिस को स्नैचिंग की शिकायत दर्ज करने के लिए स्नैचरों पर पुलिस को अधिनियमित धाराओं में केस दर्ज करने की जरूरत नहीं है.

केस सॉल्व करने में AI की मदद

पुलिस मामलों को सुलझान में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सॉफ्टवेयर का उपयोग कर रही है. इससे चोरी करने वाले बदमाशों के हॉटस्पॉट की पहचान की, उन्हें जियोटैग किया और बढ़ी हुई सुरक्षा प्रदान करने के लिए ज्यादा संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई. इन सभी प्रयासों से अपराध के मामलों में गिरावट आई है और लोगों को राहत मिली है. एक अधिकारी ने बताया कि सीसीटीवी कैमरों के एक मजबूत नेटवर्क का उपयोग भी किया जा रहा है. शहर के चौराहों, गली-बाजारों और हर मोड़ पर एडवांस क्ववालिटी के कैमरे लगाए गए हैं, जिसमें क्राइम की घटना रिकॉर्ड हो जाती है और जांच में मदद मिलती है.

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