दिल्ली में फिर खराब हुई हवा, AQI पहुंचा 400 के पार, आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ने की आशंका
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज एक्यूआई 212 मापा गया. लेकिन आनंद विहार में यह 433 के पार था, जो चिंता का विषय है. बता दें कि मंगलवार को दिल्ली के कई इलाकों में एक्यूआई 300 के पार रहा. 16 अक्टूबर को अलीपुर इलाके में 233 श्रेणी में हवा की गुणवत्ता रही.;
Delhi Air Pollution: दिल्ली में हर साल सर्दियों में वायु प्रदूषण चरम पर होता है. दीवाली आने में अभी कुछ दिन बाकी हैं लेकिन अभी से हालात गंभीर नजर आ रहे हैं. दिल्ली में बुधवार 16 अक्टूबर हवा की गुणवत्ता में गिरावट दर्ज की गई.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली का औसत एक्यूआई फिर 200 के पार पहुंच गया है. कल हवा का स्तर एक्यूआई 198 दर्ज किया गया था. जो कि मध्यम श्रेणी में था. लेकिन आज स्थित खराब हो गई है.
आनंद विहार में AQI 400 के पार
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज एक्यूआई 212 मापा गया. लेकिन आनंद विहार में यह 433 के पार था, जो चिंता का विषय है. बता दें कि मंगलवार को दिल्ली के कई इलाकों में एक्यूआई 300 के पार रहा. 16 अक्टूबर को अलीपुर इलाके में 233 श्रेणी में हवा की गुणवत्ता रही.
एनसीआर का हाल
एनसीआर में फरीदाबाद के अलावा सभी स्टेशनों पर एक्यूआई मध्यम श्रेणी में है. वहीं गुरुग्राम, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में प्रदूषण का स्तर बुधवार को 200 से कम पर बना हुआ है. फरीदाबाद में 204, गाजियाबाद में 184, ग्रेटर नोएडा में 170, गुरुग्राम में 186 और नोएडा में 151 एक्यूआई दर्ज किया गया.
प्रदूषण पर दिल्ली सरकार का रुख
दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए सरकार एक्शन में आ गई है. दिल्ली में प्रदूषण नियंत्रण के लिए ग्रैप-1 यानी ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान लागू हो गया है. इसके तहत दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने ANI को बताया कि पहले से ही अनुमान था कि मौसम विपरीत परिस्थितियों की ओर बढ़ेगा. हवा रुक जाएगी, बारिश बंद हो जाएगी और तापमान कम होने लगेगा और एक्यूआई का स्तर बढ़ना शुरू हो जाएगा. प्रदूषण के लिए सीपीसीबी ने 4 ग्रैप का निर्धारण किया है. फिलहाल ग्रैप-1 को एनसीआर में लागू किया गया है.
क्या है ग्रैप प्लान?
ग्रैप के तहत वायु प्रदूषण के कारकों पर प्रतिबंध लगाया जाता है. एक्यूआई 201 से 300 तक पहले चरण में आता है. ग्रैप में खुली जगहों पर कचरा जलाने और फेंकने पर रोक लगाई जाती है. नियमित रूप से कूड़ा उठाने के निर्देश दिए जाते हैं. साथ ही सड़कों पर धूल उड़ने से रोकने के लिए पानी का छिड़काव किया जाता है. इसके अलावा डीजल जनरेटर सेट के उपयोग पर प्रतिबंध रहता है.