तिलक ने जो कहा था उसने वो कर दिखाया, SKY ने खोला वर्मा के ताबड़तोड़ बैटिंग का राज
SKY on Tilak Varma:इस शानदार प्रदर्शन ने तिलक वर्मा को टीम में एक नई पहचान दी और कप्तान सूर्यकुमार यादव के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी साबित कर दिया. तिलक के इस शतक ने भारतीय टीम को 219 रन तक पहुँचाने में मदद की, जो कि दक्षिण अफ्रीका में भारत का सबसे बड़ा टी20 स्कोर बन गया.;
सेंचुरियन में तीसरे टी20 मुकाबले में टीम इंडिया ने एक ऐसा बदलाव किया जिसने सबका ध्यान खींचा. जब तिलक वर्मा को नंबर 3 पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया, तो कई लोगों को हैरानी हुई. मिडिल ऑर्डर में खेलते आए तिलक आखिर टॉप ऑर्डर में क्यों उतरे? इस खास रणनीति के पीछे एक दिलचस्प कहानी है, जिसे खुद टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने साझा किया. सूर्यकुमार ने मैच के बाद खुलासा किया कि तिलक ने खुद यह मौका मांगा था और उनके आत्मविश्वास को देखकर उन्होंने भी इस फैसले पर हामी भर दी.
"तिलक ने जो कहा, वो किया"
सूर्या ने बताया कि दूसरे टी20 मैच के बाद तिलक वर्मा ने उनसे मुलाकात की और सीधे नंबर 3 पर खेलने की इच्छा जताई. तिलक ने उन्हें भरोसा दिलाया कि वे इस पोजिशन पर बेहतर प्रदर्शन करेंगे. सूर्यकुमार को तिलक के आत्मविश्वास पर भरोसा हुआ और उन्होंने उन्हें मौका दिया. इस मैच में तिलक ने अपने इरादों को साबित कर दिखाया. मैदान पर उतरे तिलक ने जिस जोश के साथ प्रदर्शन किया, उसने सूर्यकुमार और टीम का भरोसा और मजबूत कर दिया.
कथनी को करनी में बदला तिलक ने - शानदार प्रदर्शन
तिलक ने कप्तान से जो वादा किया था, उसे निभाने में बिल्कुल भी देरी नहीं की. ओपनर संजू सैमसन के जल्दी आउट होने के बाद तिलक क्रीज पर आए और अपनी ताबड़तोड़ पारी से विपक्षी टीम को चौंका दिया. उन्होंने मात्र 56 गेंदों में नाबाद 107 रन बनाए, जिसमें 7 छक्के और 8 चौके शामिल थे. 191.07 की स्ट्राइक रेट से खेली गई इस पारी ने उनके आत्मविश्वास को बखूबी दिखाया.
जीत के साथ तिलक की तीन बड़ी उपलब्धियाँ
भारत ने यह मैच 11 रन से जीतकर सीरीज में 2-1 की बढ़त हासिल कर ली, लेकिन इस मुकाबले में तिलक के लिए तीन खास उपलब्धियाँ भी सामने आईं. सबसे पहले उन्होंने अपने कप्तान का विश्वास जीता, फिर 'प्लेयर ऑफ द मैच' बने और अंत में इस पारी ने उन्हें शायद भविष्य के लिए नंबर 3 की पोजिशन का मजबूत दावेदार भी बना दिया.