बुमराह ने पैट कमिंस को छोड़ा पीछे, हासिल किया ICC का यह बड़ा अवार्ड
भारत के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपने नाम बड़ी उपलब्धि दर्ज की है. उन्हें दिसंबर 2024 के लिए आईसीसी पुरुष प्लेयर ऑफ द मंथ चुना गया है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने मंगलवार को भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान बुमराह के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए यह घोषणा की. बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 13.06 की औसत के साथ 32 विकेट चटकाए थे.;
Jasprit Bumrah: भारत के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपने नाम बड़ी उपलब्धि दर्ज की है. उन्हें दिसंबर 2024 के लिए आईसीसी पुरुष प्लेयर ऑफ द मंथ चुना गया है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने मंगलवार को भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान बुमराह के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए यह घोषणा की.
बता दें कि बुमराह ने दिसंबर में खेले गए तीन टेस्ट मैचों में 14.22 की असाधारण औसत से 22 विकेट चटकाए. उन्होंने पैट कमिंस और डेन पैटरसन को पछाड़कर यह पुरस्कार हासिल किया.
बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 151.2 ओवर फेंके, जिसमें से 39 मेडन रहे. उन्होंने 13.06 की औसत के साथ 32 विकेट चटकाए.
एडिलेड-ब्रिसबेन में बुमराह ने ढाया कहर
बुमराह ने दिसंबर महीने की शुरुआत में एडिलेड में टेस्ट खेला गया, जिसमें बुमराह ने पहली पारी में 4 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया की बढ़त को सीमित कर दिया. वहीं, ब्रिसबेन में उन्होंने पहली पारी में 6 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी को तहस-नहस कर दिया. उन्होंने दूसरी पारी में भी तीन विकेट चटकाए. इस तरह उन्होंने मैच में 9 विकेट लिए, जिससे भारत यह मैच ड्रॉ करा सका.
बॉक्सिंग डे टेस्ट में बुमराह ने झटके 9 विकेट
बॉक्सिंग डे टेस्ट में बुमराह ने अपने शानदार प्रदर्शन को जारी रखते हुए उन्होंने पहली पारी में चार विकेट चटकाए. इससे भारतीय टीम की गेंदबाजी में एक अलग ही चमक देखने को मिली. वहीं, दूसरी पारी में उन्होंने 5 विकेट चटकाए, जिससे ऑस्ट्रेलिया को 234 रन पर ऑलआउट किया जा सका. हालांकि, उनका यह प्रदर्शन टीम इंडिया के काम नहीं आया और उसे 184 रनों से हार का सामना करना पड़ा.
सबसे कम औसत के साथ 200 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पांचों मैचों में बुमराह की असाधारण गेंदबाजी देखने को मिली. उन्हें उनके शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया. वे सबसे तेज 200 विकेट लेने वाले चौथे गेंदबाज बने. हालांकि, 20 से कम औसत के साथ इस उपलब्धि को पाने वाले वे दुनिया के पहले गेंदबाज बने.