रोहित-विराट ने अंपायर को पढ़ाया पहाड़ा, जानें बीच मैदान में क्या हुआ?
Ind VS NZ: इस घटना से यह सवाल खड़ा होता है कि क्या भारतीय कप्तान और पूर्व कप्तान का अंपायरों से बहस करना सही था? एक तरफ रोहित और विराट का तर्क था कि खेल को स्पिनरों के साथ जारी रखा जा सकता था, जिससे टीम इंडिया को फायदा हो सकता था.;
Ind VS NZ: बेंगलुरु में खेले जा रहे टेस्ट मैच के दौरान चौथे दिन का खेल एक अनोखी घटना के साथ समाप्त हुआ, जहां भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और पूर्व कप्तान विराट कोहली ने अंपायरों के साथ जोरदार बहस की. ये बहस उस वक्त हुई जब भारतीय टीम मैच में हार के कगार पर थी और बारिश व खराब रोशनी ने मैच में नया मोड़ ला दिया. न्यूजीलैंड के खिलाफ भारतीय टीम पहली पारी में सिर्फ 46 रन पर सिमट गई थी, लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने शानदार वापसी करते हुए 462 रन बनाए. इसके बावजूद कीवी टीम को जीत के लिए सिर्फ 107 रनों का लक्ष्य मिला, जो भारतीय गेंदबाजों के लिए चुनौती साबित हो सकता था, खासकर जब मौसम गेंदबाजी के अनुकूल हो.
रोशनी पर हुआ विवाद
चौथे दिन जब न्यूजीलैंड की दूसरी पारी की शुरुआत हुई, तब मैदान पर घने बादल छा गए थे. जसप्रीत बुमराह ने पहली ओवर की सिर्फ 4 गेंदें ही फेंकी थीं कि अंपायरों ने खराब रोशनी का हवाला देते हुए खेल को रोक दिया. हालांकि, मैदान की चारों ओर फ्लड लाइटें चालू थीं, फिर भी अंपायरों ने लाइट मीटर से रोशनी मापने के बाद खेल रोकने का निर्णय लिया. इस फैसले से भारतीय खेमे में नाराजगी छा गई, क्योंकि उन्हें लगा कि बादल गेंद को स्विंग करवाने के लिए उपयुक्त थे और उन्हें खेल जारी रखने का फायदा मिल सकता था.
रोहित और विराट का विरोध
अंपायरों के खेल रोकने के फैसले से नाराज होकर रोहित शर्मा सीधे अंपायरों के पास पहुंचे और उनसे ओवर पूरा किए बिना खेल रोकने की वजह पूछने लगे. रोहित ने अंपायरों से कहा कि भारतीय टीम स्पिनरों से गेंदबाजी कराने के लिए तैयार है, क्योंकि रोशनी तेज गेंदबाजों के लिए पर्याप्त नहीं थी. इस दौरान विराट कोहली भी रोहित का साथ देने के लिए अंपायरों के पास पहुंचे और दोनों ने मिलकर अंपायरों से फैसले पर पुनर्विचार करने की गुहार लगाई.