कितने तरह के होते हैं शिवलिंग? जानिए अलग-अलग शिवलिंग के पूजन से मिलने वाले लाभ
सावन में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है. शिवलिंग के कई प्रकार होते हैं, जैसे स्वयंभू, पार्थिव, पारद, स्फटिक, नर्मदेश्वर और धातु के शिवलिंग. प्रत्येक की पूजा अलग-अलग लाभ देती है - जैसे मोक्ष, मनोकामना पूर्ण, समृद्धि, स्वास्थ्य और नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति. पारद शिवलिंग सिद्धि और सुख प्रदान करता है, जबकि स्फटिक शिवलिंग ध्यान और शांति के लिए श्रेष्ठ माना जाता है.;
सावन का पवित्रा महीना चल रहा है. यह भगवान भोलेनाथ का सबसे प्रिय महीना होता है. सावन माह में भगवान शिव की पूजा, शिवलिंग पर जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करने का खास महत्व होता है. मान्यता है कि शिवलिंग पर जलाभिषेक करने से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं. भगवान शिव निराकार और साकार दोनों ही रूपों में पूजे जाते हैं.
शिवलिंग भगवान शिव का निराकार रूप है जो शिव और शक्ति के मिलन का प्रतीक है. शिवलिंग की पूजा कई रूपों में की जाती है, जिसमें पारद और स्फटिक शिवलिंग को विशेष रूप से फलदायी माना जाता है. शिवलिंग तरह-तरह के होते हैं और हर किसी की अपनी खास विशेषता और महत्व होता है. आइए जानते हैं शिवलिंग के प्रकार और पूजा के महत्व के बारे में.
शिवलिंग के प्रकार
1- स्वयंभू शिवलिंग
स्वयंभू शिवलिंग की पूजा का विशेष महत्व होता है. ये शिवलिंग प्राकृतिक रूप से प्रगट होते हैं. जैसे सभी ज्योतिर्लिंगों में स्वयंभू शिवलिंग हैं. इसे बहुत ही शुभ और पवित्र माना जाता है. ज्योतिलिंग के दर्शन करने से व्यक्ति को मोक्ष की कामना पूरी होती है.
2- पार्थिव शिवलिंग
सावन माह में पार्थिव शिवलिंग की पूजा करने का विशेष महत्व होता है. इस शिवलिंग की पूजा करने से सभी तरह की मनोकामनाओं की पूर्ति होती है. पार्थिव शिवलिंग मिट्टी से बनाए जाते हैं. विशेष उद्देश्यों की पूर्ति के लिए पार्थिव शिवलिंग की पूजा बहुत लाभकारी साबित है. रुद्राभिषेक करने के लिए पार्थिव शिवलिंग बहुत शुभ होते हैं.
3- पारद शिवलिंग
पारद शिवलिंग की पूजा-आराधना करने का विशेष महत्व होता है. यह पारे को ठोस करके बनाया जाता है. इस कारण से इसे पारद शिवलिंग कहा जाता है. पारद शिवलिंग की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि, अच्छी सेहत मिलती है और सभी तरह की नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति मिलती है. पारद शिवलिंग की पूजा करने से सभी सिद्धियों और मोक्ष की प्राप्ति होती है. इसके अलावा भौतिक सुख-सुविआओं का आनंद मिलता है.
4- स्फटिक शिवलिंग
ध्यान और एकाग्रता के लिए स्फटिक शिवलिंग की पूजा की जाती है. यह शिवलिंग स्फटिक यानी क्वार्टज क्रिस्टल से बने हुए होते हैं. स्फटिक शिवलिग को घर में रखकर नियमित पूजन करना बहुत शुभ होता है.
5- नर्मदेश्वर शिवलिंग
जो शिवलिंग प्राकृतिक रूप से नर्मदा नदी से प्राप्त होते हैं उसे नर्मदेश्वर शिवलिंग कहते हैं. इन्हें स्वयंभू शिवलिंग की तरह पवित्र और पूजनीय माना जाता है. इस शिवलिंग की पूजा करने बहुत से लाभ मिलते हैं.
6- धातु से बने शिवलिंग
धातु से भी कई तरह के शिवलिंग बनाए जाते हैं और यह भी बहुत पूजनीय होते हैं. जैसे- सोना, चांदी, पीतल, तांबा, अष्टधातु से बने शिवलिंग.