एविएशन इंडस्ट्री में तहलका मचाने वाले राकेश गंगवाल कौन? 11 हजार 564 करोड़ रुपये में बेची इंडिगो की 2.72 फीसदी हिस्सेदारी

राकेश गंगवाल और उनके परिवार ने इंडिगो एयरलाइंस में अपनी 5.72% हिस्सेदारी ₹11,564 करोड़ में बेची है. यह ब्लॉक डील भारत की सबसे बड़ी में से एक मानी जा रही है. गंगवाल की हिस्सेदारी इस बिक्री के बाद घटकर 7.81% रह गई है. यह कदम उनके 2022 के बोर्ड से इस्तीफे और धीरे-धीरे कंपनी से बाहर निकलने की रणनीति का हिस्सा है. आइए, राकेश गंगवाल के बारे में विस्तार से जानते हैं...;

By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 28 May 2025 8:40 PM IST

Rakesh Gangwal IndiGo Airlines stock sale: इंडिगो एयरलाइंस के सह-संस्थापक राकेश गंगवाल और उनके परिवार ने 27 मई 2025 को कंपनी में अपनी 5.72% हिस्सेदारी, यानी लगभग 2.21 करोड़ शेयर, ₹11,564 करोड़ में बेच दिए. यह अब तक की सबसे बड़ी ब्लॉक डील में से एक है. इस सौदे के बाद, गंगवाल परिवार की इंडिगो में हिस्सेदारी घटकर 7.81% रह गई है, जो मार्च 2025 में 13.53% थी. यह बिक्री गंगवाल के उस रणनीतिक निर्णय का हिस्सा है, जिसमें उन्होंने फरवरी 2022 में इंडिगो के बोर्ड से इस्तीफा देने के बाद अपनी हिस्सेदारी धीरे-धीरे कम करने की योजना बनाई थी. इससे पहले, अगस्त 2024 में उन्होंने 5.25% हिस्सेदारी ₹9,549 करोड़ में बेची थी.

इस बार की बिक्री में गंगवाल ने 22.10 लाख शेयर बेचे, जबकि उनके परिवार के चिंकरपू फैमिली ट्रस्ट ने 1.99 करोड़ शेयर बेचे. शेयरों की बिक्री ₹5,230.50 प्रति शेयर की कीमत पर हुई, जो उस दिन के समापन मूल्य से 3.5% कम थी. इस सौदे के बाद, इंडिगो के शेयरों में 2.20% की गिरावट देखी गई, और वे ₹5,301 प्रति शेयर पर कारोबार कर रहे थे.

शेयर डील के आंकड़े:

  • कुल शेयर बेचे: 2.21 करोड़
  • बिक्री मूल्य: ₹5,230.50 प्रति शेयर
  • कुल डील वैल्यू: ₹11,564 करोड़
  • बाजार भाव से 3.5% डिस्काउंट पर डील

कौन-कौन बेचने वालों में शामिल?

  • राकेश गंगवाल: 22.10 लाख शेयर
  • चिंकरपू फैमिली ट्रस्ट (परिवार का ट्रस्ट): 1.99 करोड़ शेयर

2006 में गंगवाल ने राहुल भाटिया के साथ मिलकर शुरू की इंडिगो

राकेश गंगवाल ने 2006 में राहुल भाटिया के साथ मिलकर इंडिगो की शुरुआत की थी. 2019 के बाद दोनों संस्थापकों के बीच मतभेद गहरे हुए. 2022 में गंगवाल ने बोर्ड से इस्तीफा दिया और घोषणा की कि वह अपनी हिस्सेदारी धीरे-धीरे बेचेंगे. गंगवाल अब इंडिगो में अपने सफर को खत्म करने की दिशा में हैं. यह भारत के कॉर्पोरेट इतिहास की एक बड़ी एक्सिट स्ट्रैटेजी मानी जा रही है. निवेशकों और एविएशन सेक्टर पर इसका गहरा प्रभाव पड़ सकता है.

राकेश गंगवाल कौन हैं?

  • राकेश गंगवाल एक भारतीय-अमेरिकी अरबपति व्यवसायी हैं, जो भारत की सबसे बड़ी बजट एयरलाइन इंडिगो (IndiGo) के सह-संस्थापक हैं.
  • उनका जन्म 25 जुलाई 1953 को कोलकाता, पश्चिम बंगाल के एक मारवाड़ी जैन परिवार में हुआ. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा डॉन बॉस्को स्कूल, पार्क सर्कस से प्राप्त की और 1975 में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर से यांत्रिक अभियांत्रिकी में स्नातक की डिग्री हासिल की. इसके बाद, उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिल्वेनिया के व्हार्टन स्कूल से एमबीए की डिग्री प्राप्त की.
  • गंगवाल ने 1977 में संयुक्त राज्य अमेरिका में कदम रखा और अपनी करियर की शुरुआत बूस एलन हैमिल्टन में की, जहां उन्होंने यूनाइटेड एयरलाइंस के साथ मिलकर काम किया. बाद में, उन्होंने यूनाइटेड एयरलाइंस में रणनीतिक योजना प्रबंधक के रूप में कार्य किया.
  • 1998 से 2001 तक  गंगवाल यूएस एयरवेज ग्रुप के अध्यक्ष और सीईओ रहे. 2006 में, उन्होंने राहुल भाटिया के साथ मिलकर इंडिगो की स्थापना की, जो अब भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन बन चुकी है. गंगवाल की कंपनी, कैलम इन्वेस्टमेंट्स, ने 47.88% हिस्सेदारी रखी, जबकि इंटरग्लोब एंटरप्राइजेज के माध्यम से भाटिया ने 51.12% हिस्सेदारी रखी.
  • इंडिगो ने कम लागत वाली सेवा, समय की पाबंदी और परिचालन दक्षता के साथ भारतीय विमानन बाजार में तेजी से अग्रणी स्थान प्राप्त किया. हालांकि, 2019 में, गंगवाल और भाटिया के बीच कंपनी के संचालन और कॉर्पोरेट गवर्नेंस को लेकर मतभेद उभरे.
  • गंगवाल ने इंटरग्लोब एविएशन में संबंधित-पक्ष लेनदेन और बोर्ड नियंत्रण के मुद्दों को उठाया, जिससे दोनों के बीच सार्वजनिक विवाद हुआ.
  • 2022 में, गंगवाल ने इंडिगो के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया और अपनी हिस्सेदारी धीरे-धीरे बेचने की योजना बनाई. उन्होंने नवंबर 2024 में साउथवेस्ट एयरलाइंस के बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में नई भूमिका निभाई है, जिससे उनका एविएशन क्षेत्र में योगदान जारी है.
  • गंगवाल की वर्तमान निवल संपत्ति लगभग $6.3 बिलियन (लगभग ₹46,000 करोड़) है और वे दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची में शामिल हैं. हालांकि, हाल के वर्षों में उन्होंने अपनी हिस्सेदारी को घटाया है. उन्होंने 2022 में इंडिगो के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया था.
  • गंगवाल की बेटी, पारुल गंगवाल ने Wheelhouse Capital नामक एक स्टार्टअप की स्थापना की है. गंगवाल परिवार वर्तमान में फ्लोरिडा, अमेरिका में रहता है.

कुल मिलाकर राकेश गंगवाल की यात्रा एक इंजीनियर से वैश्विक एविएशन लीडर बनने तक की है, जिसमें उन्होंने इंडिगो की स्थापना, संचालन और फिर कंपनी से अलगाव तक कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए. उनकी कहानी भारतीय विमानन उद्योग में नेतृत्व, नवाचार और रणनीतिक सोच का प्रतीक है.

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