टैक्स सेविंग और निवेश के लिए अच्छा ऑप्शन है पोस्ट ऑफिस की टाइम डिपोजिट स्कीम
पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग स्कीम में पैसे लगाने को सुरक्षित माना जाता है. बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक योजना में निवेश कर सकते हैं. इस योजना का नाम पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट स्कीम है. यह पांच साल तक के लिए वैलिड रहती है. इसमें ग्राहकों को निवेश करने पर 7.5 फीसदी का रिटर्न मिलता है.;
Small Saving Scheme: पोस्ट ऑफिस में बहुत तरह ही स्कीम चलाई जाती हैं. जिसमें निवेश करके आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. यहां पर मिडिल क्लास के लिए एक शानदार योजना है, जिसमें सिर्फ कम अकाउंट इनवेस्ट करने होते हैं और अच्छा प्रॉफिट होता है.
पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग स्कीम (Small Saving Scheme) में पैसे लगाने को सुरक्षित माना जाता है. बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक योजना में निवेश कर सकते हैं. इस योजना का नाम पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट स्कीम है. यह पांच साल तक के लिए वैलिड रहती है.
कितना मिलता है ब्याज?
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट स्कीम अभी टैक्सेशन सिस्टम में दो तरह के टैक्स रिजीम हैं. न्यू टैक्स रिजीम और ओल्ड टैक्स रिजीम. आप सेक्शन 80C का टैक्स डिडक्शन ओल्ड टैक्स रिजीम में ही क्लेम कर सकते हैं. इसमें ग्राहकों को निवेश करने पर 7.5 फीसदी का रिटर्न मिलता है. अप्रैल 2023 में इस स्कीम पर मिलने वाली ब्याज दर को 7 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.5 प्रतिशत कर दिया गया था. गांरटीड इनकम होता है. साथ ही टैक्स का भी लाभ मिलता है.
कितना होगा प्रॉफिट?
पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम के तहत अलग-अलग टेन्योर के लिए निवेश किया जाता है. इसमें 1 साल, 2 साल, 3 साल और 5 साल के लिए आप पैसे जमा कर सकते हैं. जानकारी के अनुसार एक साल पर 6.9 फीसदी ब्याज, दो-तीन पर 7 फीसदी ब्याज और 5 साल पर 7.5 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है. इस अवधि में उसे डिपॉजिट पर 2,24,974 रुपये का इन्टरेस्ट मिलेगा. वहीं कुल मैच्योरिटी पर राशि बढ़कर 7,24,974 रुपये हो जाएगी. ये स्कीम पांच साल में निवेशकों का पैसा डबल करती है.
कैसे खुलवाए अकाउंट?
पोस्ट ऑफिस नेटबैंकिंग के माध्यम से ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन भी खाता खुलवाया जा सकता है. स्कीम के अकाउंट को सिंगल या ज्वाइंट रूप से (3 सदस्यों तक) किया जा सकता है. साथ ही एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे में ट्रांसफर किया जा सकता है. किसी भी पोस्ट ऑफिस में अकाउंट खुलवाया जा सकता है. इसके तहत पहले या मैच्योर होने से पहले पैसों को निकालने की सुविधा है. इसे प्री-मैच्योर विड्रॉल कहते हैं. अकाउंट ओपन की तारीख से 6 महीने के बाद प्री-मैच्योर विड्रॉल किया जा सकता है.