Modi in US: PM ने सुंदर पिचाई समेत कई टेक दिग्गजों के साथ की हाई-प्रोफाइल चर्चा! जानें कौन-कौन हुए शामिल
पीएम मोदी अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान कई बड़ी कंपनियों के सीईओ से मिले जिसमें कई कंपनियों के अध्यक्ष शामिल हुए. इस राउंडटेबल में शामिल होने वालों में एडोब के अध्यक्ष और सीईओ शांतनु नारायण, गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई, आईबीएम के सीईओ अरविंद कृष्णा, एएमडी की अध्यक्ष और सीईओ लिसा सु, मॉडर्ना के चेयरमैन नौबर अफयान शामिल थे.;
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूयॉर्क दौरे के दौरान वैश्विक टेक्नोलॉजी उद्योग के प्रमुख नेताओं के साथ एक महत्वपूर्ण राउंडटेबल बैठक में हिस्सा लिया. यह बैठक मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT), स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग द्वारा आयोजित की गई थी, जिसमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), क्वांटम कंप्यूटिंग, बायोटेक्नोलॉजी, जीवन विज्ञान, आईटी और सेमीकंडक्टर तकनीकों जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई. अमेरिका में अपने अंतिम दिन, मोदी न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में 'भविष्य के शिखर सम्मेलन' को संबोधित करने वाले हैं.
मोदी ने अमेरिकी कंपनियों के तकनीकी सीईओ के साथ गोलमेज सम्मेलन के दौरान गूगल के सीईओ पिचाई और एडोब के सीईओ शांतनु नारायण सहित अन्य लोगों से मुलाकात की. उन्होंने एक्स पर लिखा, "न्यूयॉर्क में तकनीकी सीईओ के साथ एक उपयोगी गोलमेज सम्मेलन हुआ, जिसमें प्रौद्योगिकी, नवाचार और अन्य पहलुओं पर चर्चा की गई. इस क्षेत्र में भारत द्वारा की गई प्रगति पर भी प्रकाश डाला. भारत के प्रति अपार आशावाद देखकर मुझे खुशी हुई."
प्रमुख उद्योगपतियों की भागीदारी
इस राउंडटेबल में 15 प्रमुख टेक उद्योगपतियों ने हिस्सा लिया, जिनमें गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई, एडोबी के सीईओ शांतनु नारायण, आईबीएम के सीईओ अरविंद कृष्णा और मॉडर्ना के चेयरमैन नॉउबार अफेयान जैसी हस्तियां शामिल थीं. इसके अलावा एनवीडिया के फाउंडर और सीईओ जेनसेन हुआंग और एक्सेंचर की सीईओ जूली स्वीट भी इस बैठक में उपस्थित रहीं.
तकनीक के विकास पर चर्चा
इस सत्र में प्रधानमंत्री मोदी और उद्योगपतियों ने तकनीक की विकासशील शक्ति पर चर्चा की, जिसमें तकनीक के मानव विकास में योगदान और विशेष रूप से भारत पर इसके सकारात्मक प्रभाव पर जोर दिया गया. प्रधानमंत्री मोदी ने एमआईटी के प्रयासों की सराहना की और इस तरह की सहयोगात्मक बैठकों की महत्ता को रेखांकित किया.
भारत की प्रगति और साझेदारी पर जोर
प्रधानमंत्री ने भारत और अमेरिका के बीच चल रही व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी और क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज (ICET) पहल की भूमिका पर जोर दिया, जो नवाचार और विकास को बढ़ावा देने में सहायक हैं. उन्होंने भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि देश की विकास यात्रा में तकनीकी सहयोग और नवाचार का महत्वपूर्ण योगदान होगा.
भारत की तकनीकी क्षमता पर जोर
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के तेजी से बढ़ते तकनीकी परिदृश्य पर भी प्रकाश डाला और बायोटेक और सेमीकंडक्टर क्षेत्रों के विस्तार पर अपनी सरकार के ध्यान को स्पष्ट किया. उन्होंने भारत को एक वैश्विक सेमीकंडक्टर केंद्र के रूप में स्थापित करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की, जिसमें प्रगतिशील नीतियों और बायोटेक्नोलॉजी पर आधारित BIO E3 जैसे पहलों का उल्लेख किया, जो भारत को एक प्रमुख बायोटेक शक्ति के रूप में स्थापित करेंगे.
AI के नैतिक और समावेशी उपयोग पर ध्यान
इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) नीतियों पर भी बात की, जो नैतिक और समावेशी दृष्टिकोण के साथ तैयार की गई हैं, और "AI फॉर ऑल" के सिद्धांत को बढ़ावा देती हैं.
सीईओ की प्रतिक्रिया और सहयोग की इच्छा
इस बैठक में उपस्थित सीईओ ने भारत के साथ सहयोग करने में गहरी रुचि दिखाई और भारत की सहायक नीतियों और एक उभरते तकनीकी केंद्र के रूप में इसकी स्थिति की सराहना की.
गूगल CEO सुंदर पिचाई
पीएम मोदी से मुलाकात के बाद गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा कि, प्रधानमंत्री भारत को ट्रांसफॉर्म करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.यह डिजिटल इंडिया विजन है. पिचई ने कहा कि पीएम ने हमें भारत में निर्माण, भारत में डिजाइन जारी रखने के लिए प्रेरित किया. हमें अब अपने पिक्सेल फोन भारत में निर्मित करने पर गर्व है. वे वास्तव में इस बारे में सोच रहे हैं कि AI भारत को किस तरह से बदल सकता है जिससे भारत के लोगों को लाभ हो.
प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक की एक झलक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा की, जिसमें विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी इस बैठक में शामिल हुए थे.