अब हथियारों का डीलर बना भारत! आर्मेनिया को बेच रहा है 'पिनाका रॉकेट लॉन्चर', खासियत जान रह जाएंगे दंग
Pinaka Multi Barrel Rocket Launcher: भारत ने आर्मेनिया को पिनाक मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर का निर्यात करना शुरू कर दिया है. पहली खेप आर्मेनिया भेज दी गई है. इसकी खासियत जानकर आप भी दंग रह जाएंगे.;
Pinaka Multi Barrel Rocket Launcher: भारत ने रक्षा क्षेत्र में हर रोज नए-नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता संभालने के बाद मेक इन इंडिया पर जोर दिया, जिसके तहत भारत में ही रक्षा उपकरणों का निर्माण होना शुरू हुआ. इसी कड़ी में भारत ने अब आर्मेनिया को पिनाक रॉकेट का निर्यात शुरू कर दिया है.
स्वदेशी मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर के प्रति कई देशों की रूचि बढ़ रही है. इस रॉकेट लॉन्चर को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने तैयार किया. आर्मनिया को भारत आकाश वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली की डिलीवरी भी कर रहा है.
क्या है पिनाका रॉकेट लॉन्चर?
पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम की पहली खेप आर्मेनिया को भेज दी गई है. पिनाका रॉकेट लॉन्चर अत्यधिक सक्षम हथियार प्रणाली है. इसके विभिन्न संस्करण 80 किलोमीटर से अधिक दूरी के लक्ष्यों पर हमला कर सकते हैं.
आर्मेनिया के साथ भारत ने कब किया अनुबंध?
भारत और आर्मेनिया के बीच करीब दो साल पहले लंबी बातचीत के बाद अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए थे. अमेरिका और फ्रांस के बाद आर्मेनिया भारतीय हथियारों और उपकरणों के तीन सबसे बड़े खरीददार देशों में से एक है.
साउथ वेस्ट एशिया और यूरोप के कई देशों ने भी पिनॉक रॉकेट में रुचि दिखाई है. डीआरडीओ ने हाल ही में पिनाका रॉकेट का परीक्षण भी किया था. इसका निर्माण नागपुर स्थित सोलर इंडस्ट्रीज इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव्स लिमिटेड ने सरकारी स्वामित्व वाली म्यूनिशंस इंडिया लिमिटेड के साथ किया है.
कैसे नाम पड़ा पिनाक?
पिनाक नाम भगवान शिव के दिव्य धनुष के नाम पर पड़ा है. फ्रांस ने इस साल की शुरुआत में सीडीएस जनरल अनिल चौहान की यात्रा के दौरान पिनाका हथियार प्रणाली के अधिग्रहण में रुचि दिखाई थी. फ्रांस अमेरिका के बाद भारतीय रक्षा उपकरणों का दूसरे सबसे बड़ा आयातक देश है. वह भारत से बहुत सारे इलेक्ट्रॉनिक्स सामान खरीदता है.