पिता की राजनीतिक विरासत को कितना आगे ले जा पाएंगी सना मलिक? नवाब मलिक पर है दाऊद से संबंध का आरोप

फरवरी 2022 में सना के पिता नवाब मलिक को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के साथ उसके कथित संबंधों के आरोप में गिरफ्तार किया था. इसके बाद सना एक्टिव मोड में आई और अणुशक्ति नगर निर्वाचन क्षेत्र की कमान संभाली और खूब काम किया.;

Curated By :  नवनीत कुमार
Updated On : 5 Nov 2024 8:00 AM IST

कोरोना महामारी के दौरान पूरे देश के लाखों लोग काल के गाल में समा रहे थे. रोजाना मृतकों के आंकड़े बढ़ते जा रहे थे और लोगों के बीच डर भी बढ़ता जा रहा था. इस दौरान मुंबई के अणुशक्ति नगर में रेहबर फाउंडेशन नामक ट्रस्ट मैदान में आया और लोगों की मदद करने लगा. उस वक़्त एक महिला सिर पर दुपट्टा रखे अपनी टीम के साथ दिन रात लोगों की सेवा कर रही थी.

वह महिला कोई और नहीं अणुशक्ति नगर के विधायक नवाब मलिक की बेटी सना मलिक थी. 23 अक्टूबर 2024 को अजित पवार गुट की एनसीपी ने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की. इस लिस्ट में सना मलिक का भी नाम था. सना को पिता की सीट अणुशक्ति नगर से उम्मीदवार बनाया गया है. इस सीट पर एक्ट्रेस स्वरा भास्कर के पति फहाद भी मैदान में हैं. सूबे में 20 नवंबर को वोटिंग होगी और 23 नवंबर को रिजल्ट घोषित होगा.

फरवरी 2022 में सना के पिता नवाब मलिक को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के साथ उसके कथित संबंधों के आरोप में गिरफ्तार किया था. इसके बाद सना एक्टिव मोड में आई और अणुशक्ति नगर निर्वाचन क्षेत्र की कमान संभाली और खूब काम किया. इसी काम से खुश होकर अजित पवार ने सना को हाल ही पार्टी प्रवक्ता बनाया था.

जब एनसीपी अजित गुट ने सना को अनुशक्ति नगर से उम्मीदवार बनाया तो नवाब मलिक काफी नाराज नजर आए. अभी वो जमानत पर बाहर हैं और उन्होंने नाटकीय रूप से मानखुर्द शिवाजी नगर सीट से नामांकन किया और चुनावी मैदान में कूद गए. इससे पहले अजित पवार को दिल्ली में बीजेपी के साथ हुई मीटिंग में स्पष्ट निर्देश दिया गया था कि किसी भी दागी उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया जाना चाहिए.

कौन है सना मलिक?

सना की वेबसाइट के मुताबिक सना का जन्म मुंबई में हुआ है और यहीं पली बढ़ी हैं. उनका परिवार 1950 के दशक में उत्तर प्रदेश के धुसवा से आकर बसे थे. सना शेख ने मुंबई से आर्किटेक्ट की पढ़ाई की, उसके बाद एलएलबी पूरा किया. सना ने राजनीति, सोशल वर्क और घर संभालने के साथ एलएलबी में 71.43% नंबर हासिल किए.

सना मलिक की शादी मोइनुद्दीन शेख से हुई है. सना मलिक के दो बच्चे हैं. मोइनुद्दीन शेख दादामियां इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी चलाते हैं, इसमें सना शेख भी उनकी पार्टनर हैं. सना मलिक खुद को होम मेकर, आर्किटेक्ट, वकील, उद्योगपति, बिजनस वूमेन और सोशल वर्कर बताती हैं. इसके अलावा वह रहबर फाउंडेशन नाम के एक ट्रस्ट भी चलाती हैं.

कितनी संपत्ति की हैं मालकिन

चुनावी हलफनामे के मुताबिक सना मलिक के पास 22.5 करोड़ की संपत्ति है और 3 करोड़ रुपये की देनदारी है.

पिता की सीट पर लड़ना चुनौती

यह मेरे लिए एक बड़ी चुनौती है. जब सीधी टक्कर हो और बात अपने पिता की सीट बरकरार रखने की हो तो बहुत से लोगों की नजर नतीजों पर होती है. मैंने 2017 में बीएमसी का चुनाव लड़ा और जब मैं वह चुनाव हार गई तब से मैं अणुशक्ति नगर विधानसभा सीट पर जमीन पर काम कर रही हूं. मैं लोगों से जुड़ी हूं, यह चुनौतीपूर्ण है.

सबसे ज्यादा हैं मुस्लिम वोटर

अणुशक्ति नगर सीट पर मुस्लिम, मराठी, दलित, उत्तर भारतीय वोटर ज्यादा हैं. सबसे ज्यादा दबदबा मुस्लिम मतदाताओं का है. यहां मुस्लिम वोटरों की संख्या करीब 30 प्रतिशत है. मुस्लिम के अलावा पाटिल करीब 2 प्रतिशत और यादव 1.6 प्रतिशत हैं. एससी वोटर्स की संख्या भी 6 प्रतिशत से अधिक है.

इस सीट पर कब और किसे मिली जीत?

इस सीट पर 2019 में NCP के नवाब मलिक को 65,217 वोट मिले थे, जबकि शिवसेना के तुकाराम काटे को 52,466 वोट मिले. इससे पहले 2014 के चुनाव में तुकाराम काटे ने नवाब मलिक को 1007 वोटों के मामूली अंतर से हराया था. अणुशक्ति नगर सीट बनने के बाद पहली बार 2009 में पहली बार हुए चुनाव में नवाब मलिक को जीत मिली थी.

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