सोना खरीदने की कर लें तैयारी, इतना गिरने वाले हैं दाम कि यकीन नहीं करेंगे!

Gold-Silver Price Reduce: बाजार में पिछले तीन दिनों में सोने की कीमतों में 2500 रुपये दस ग्राम कम हुए जबकि चांदी 13,250 रुपये सस्ती हो गई है. कीमतों में गिरावट का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा. एक्सपर्ट्स की मानें तो अगर 38 फीसदी गिरावट आती है तो सोने का भाव 55,000 नीचे भी आ सकता है. इंटरनेशनल मार्केट में टैरिफ को लेकर उथल-पुथल से भारतीय बाजार पर असर पड़ा रहा है.;

( Image Source:  canava )
Edited By :  निशा श्रीवास्तव
Updated On : 7 April 2025 1:27 PM IST

Gold Price Reduce: देश में वेडिंग सीजन को लेकर घरों में तैयारियां शुरू हो गई है. बाजार में सोने और चांदी की खरीदारी के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं, लेकिन ज्यादा कीमतों की वजह से खरीदारी पर असर पड़ रहा है. अभी सर्राफा बाजार में सोना 93 हजार पर कारोबार कर रहा है. इस बीच अनुमान लगाया गया है कि आने वाले दिनों में यह कीमत 56 हजार पहुंच सकती है.

एक्सपर्ट का कहना है कि आने वाले दिनों में भारत में सोना-चांदी सस्ता हो जाएगा. इसकी कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिलेगी, जो कि आम नागरिकों के लिए बड़ी खुशखबरी है. अमेरिकी टैरिफ पॉलिसी का असर सर्राफा बाजार पर भी देखने को मिल रहा है.

कितना सस्ता होगा सोना-चांदी?

बाजार में पिछले तीन दिनों में सोने की कीमतों में 2500 रुपये दस ग्राम कम हुए जबकि चांदी 13,250 रुपये सस्ती हो गई है. कीमतों में गिरावट का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा. दिल्ली में सोमवार 7 अप्रैल को 22 कैरेट 10 ग्राम गोल्ड 85,703 और 24 कैरेट 93,562 रुपये है. एक्सपर्ट्स की मानें तो इंटरनेशनल मार्केट में टैरिफ को लेकर उथल-पुथल से भारतीय बाजार पर असर पड़ा रहा है.

अगले कुछ सालों में सोने के दाम 38 फीसदी तक गिर सकते हैं. 24 कैरेट गोल्ड 10 ग्राम की कीमत 56 हजार रुपये से कम हो सकती है. अभी भारत में 24 कैरेट 10 ग्राम गोल्ड 93,000 में मिल रहा है. वैश्विक बाजार में प्रति औंस 3,100 डॉलर से ज्यादा है. अगर 38 फीसदी गिरावट आती है तो सोने का भाव 55,000 नीचे भी आ सकता है.

कीमतों में गिरावट के कारण

  • अमेरिका ने 60 देशों पर टैरिफ लगाया है, जिससे वैश्विक बाजार में उथल-पुथल देखने को मिल रही है. शेयर मार्केट में भी काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला. इसका असर सर्राफा बाजार पर भी पड़ रहा है.
  • अमेरिकी की टैरिफ पॉलिसी की वजह से डॉलर मजबूत हो गया है. इसलिए निवेशक गोल्ड को बेचकर डॉलर में निवेश करते हैं, इससे सोने की कीमतों में भारी गिरावट आ सकती है.
  • वैश्विक बाजार में मंदी का खतरा मंडरा रहा है. ऐसे में निवेशक अपने फायदे और पैसों के बचाने के लिए अन्य ऑप्शन देख रहे हैं, जिससे सोना-चांदी की मांग में कम होती जा रही है.
  • सोने की कीमतों में पिछले कुछ दिनों में उच्च स्तर पर पहुंच गया है. अब निवेशक इसे बेचकर मुनाफा कमा कर रहे हैं.
  • वैश्विक बाजार में सोने का उत्पादन बढ़ा है. इससे सोने के भंडार में 9 फीसदी की बढ़त हुई है. यह कीमत कम होने के बड़े कारण में से एक है.
  • केंद्रीय बैंकों ने 1,045 टन सोना खरीदा था. अब उनकी मांग में कमी हो रही है. बैंक के पास 71 फीसदी सोने की खरीद में कमी दर्ज की गई.
  • 2024 में सोने की खनन कंपनियों में 32 प्रतिशत ज्यादा विलय और अधिग्रहण किया. गोल्ड-ईटीवी में निवेश बढ़ने से भी दाम कम होने की संभावना बढ़ जाती है.

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