क्या है ब्लू घोस्ट लैंडर, चांद की सतह पर हुआ लैंड; अब खुलेंगे सभी रहस्य
चंद्रमा का फायरफ्लाई एयरोस्पेस ब्लू घोष्ट मिशन चंद्रमा पर सफलतापूर्वक उतरा. इससे यह कंपनी पहली कंपनी बनी जिसने चांद की सतह पर सफल लैंडिंग है. इस लैंडिंग को कंपनी ने कॉर्मिशियल रिसर्च रिसर्च में एक बड़ी छलांग लगा दिया है.;
अमेरिका की स्पेस कंपनी फायरफ्लाई एयरोस्पेस का मिशन ब्लू घोस्ट आज चंद्रमा की सतह पर उतरने वाला है. इस लैंडर को चांद पर ऐसी जगह लैंड किया है. जिसे शायद ही किसी ने अब तक देखा होगा. यह नासा का के CLPS का भी हिस्सा है. जानकारी के अनुसार नासा ने अमेरिका की इस कंपनी के साथ 10 साइंटिस्ट और टेक्नोलॉजी पेलोड को चांद पर पहुंचाने के लिए 93.3 मिलियन डॉलर का कांट्रैक्ट किया है. जानकारी के अनुसार अगर सभी पेलोड सुरक्षित रूप से चंद्र सतह पर पहुंच जाते हैं, तो नासा कुल 101.5 मिलियन डॉलर का भुगतान करेगा. यदि मिशन विफल होता है, तो भुगतान की राशि में कटौती की जाएगी.
जापान के साथ मिलकर पूरा किया गया मिशन
जानकारी के अनुसार इस मिशन को जापान की स्पेस एंजेसी JAXA के हकुतो एम2 मिशन के साथ स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट से लॉन्च किया गया था. ऐसे में अगर सबकुछ ठीक रहा तो ब्लू घोस्ट चांद पर सफलतापूर्वक उतरने वाला दूसरा निजी तौर पर निर्मित वाहन बन जाएगा. आपको बता दें कि 13 फरवरी को लैंडर चांद के ऑर्बिट में एंटर कर चुका है. आइए इसकी खासियत के बारे में जानते हैं.
ऐसा दिखता है ये लैंडर
आपको बता दें कि इस लैंडर में चारों ओर पैर लगे हैं. वहीं 155 किलोग्राम तक के साइंटिफिक इंस्ट्रूमेंट ले जाने में ये लैंडर सक्षम है. सोलर एनर्जी और 450 वॉट से 650 वॉट तक एनर्जी प्रड्यूस कर सकता है. ताप पाइप, रेडिएटर, मल्टी-लेयर इन्सुलेशन और सक्रिय हीटर से लैस. 6 Mbps डाउनलिंक, 10 Mbps पीक, और 0.2 Kbps अपलिंक स्पीड होने वाली है.
क्या है इस मिशन का महत्व
इस मिशन के तहत चांद पर लूनर रिसर्च और भविष्य के लिए चंद्र अभियानों के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है. वहीं नासा की इस पहल से प्राइवेट कंपनियों को चांद पर रिसर्च करने का अवसर दिया जा रहा है. इससे भविष्य में इनसानों के मिशन को सपोर्ट करने में मदद मिलेगी. वहीं ब्लू घोस्ट मिशन 1 चंद्रमा पर अमेरिका की उपस्थिति को मजबूत करने और भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों के लिए महत्वपूर्ण डेटा प्रदान करने वाला मिशन है. अब सभी की नजरें इसकी सफल लैंडिंग पर टिकी हैं, जो अंतरिक्ष खोज के इतिहास में एक और नया अध्याय जोड़ सकती है.