BJP के इतिहास में पहली बार, पार्टी को मिलेगी महिला अध्यक्ष? ये दो नाम रेस में सबसे आगे
भाजपा नए अध्यक्ष की घोषणा करने वाली है, और इस बार महिला नेता को मौका मिलने की संभावना है. वनथी श्रीनिवासन और दग्गुबाती पुरंदेश्वरी रेस में सबसे आगे हैं. क्या भाजपा परंपरा तोड़कर इतिहास रचेगी?;
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं. 15 या 16 मार्च तक नए अध्यक्ष की घोषणा संभव है, क्योंकि संगठनात्मक चुनाव लगभग 13 राज्यों में पूरे हो चुके हैं. इस बार सबसे बड़ी चर्चा यह है कि क्या भाजपा पहली बार किसी महिला नेता को अध्यक्ष पद सौंप सकती है?
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा इस बार दक्षिण भारत से किसी प्रभावशाली महिला नेता को चुनने पर विचार कर रही है. इस रेस में दो बड़े नाम सबसे आगे हैं—आंध्र प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दग्गुबाती पुरंदेश्वरी और भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वनथी श्रीनिवासन.
1. दग्गुबाती पुरंदेश्वरी: 'साउथ की सुषमा स्वराज'
66 वर्षीय दग्गुबाती पुरंदेश्वरी का भाजपा से जुड़ाव 2014 में हुआ, जब उन्होंने कांग्रेस छोड़कर पार्टी जॉइन की. वह आंध्र प्रदेश भाजपा की अध्यक्ष हैं और संगठनात्मक मामलों में काफी अनुभवी मानी जाती हैं. उनके दमदार भाषण देने की क्षमता और सांगठनिक पकड़ की वजह से उन्हें 'साउथ की सुषमा स्वराज' भी कहा जाता है. दक्षिण भारत में भाजपा के विस्तार के लिए उनका नाम एक बड़ा दांव हो सकता है.
2. वनथी श्रीनिवासन: पार्टी की जमीनी नेता
55 वर्षीय वनथी श्रीनिवासन भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के साथ-साथ तमिलनाडु के कोयंबटूर से विधायक भी हैं. वह पार्टी के अंदरूनी संगठन में मजबूत पकड़ रखती हैं और उन्होंने तमिलनाडु में कई महिला सशक्तिकरण और सामाजिक सुधार अभियानों का नेतृत्व किया है. हाल ही में उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के तमिलनाडु दौरे की अगुवाई की थी, जिससे उनकी पार्टी में बढ़ती अहमियत का अंदाजा लगाया जा सकता है.
भाजपा क्यों चाहती है महिला अध्यक्ष?
भाजपा दक्षिण भारत में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए लगातार कोशिश कर रही है. 2024 लोकसभा चुनावों में पार्टी ने यहां कुछ सीटें जरूर बढ़ाईं, लेकिन तमिलनाडु, केरल और आंध्र प्रदेश में अब भी उसे संघर्ष करना पड़ रहा है. ऐसे में अगर भाजपा दक्षिण भारत से किसी महिला को अध्यक्ष बनाती है, तो यह बड़ा सियासी संदेश होगा.
क्या भाजपा इतिहास रचेगी?
भाजपा की स्थापना 1980 में हुई थी, लेकिन अब तक पार्टी ने कभी भी किसी महिला को राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बनाया. अगर इस बार भाजपा नेतृत्व वनथी श्रीनिवासन या दग्गुबाती पुरंदेश्वरी को अध्यक्ष बनाता है, तो यह एक ऐतिहासिक फैसला होगा.
अब देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा नेतृत्व परंपरा को तोड़ते हुए महिला नेतृत्व को तरजीह देता है या नहीं. पार्टी के अंदर और राजनीतिक गलियारों में इस फैसले को लेकर हलचल तेज हो चुकी है, और मार्च के पहले पखवाड़े में इस रहस्य से पर्दा उठ जाएगा.