2025 में आया AI जनरेशन! 1 जनवरी से पैदा हुए बच्चों को कहा जाएगा जनरेशन बीटा

Generation Beta 2025: जहां अभी तक लोगों के लिए ये समझना मुश्किल हो रहा था कि जेनरेशन जी (Gen Z) और जेनरेशन अल्फा (Gen Alpha) क्या है तो अब इसके बाद एक और जेनरेशन आ गई, जिसे कहते हैं जेनरेशन बीटा.;

( Image Source:  freepik )
Edited By :  संस्कृति जयपुरिया
Updated On : 1 Jan 2025 9:58 AM IST

Generation Beta 2025: जैसे ही हम जेनरेशन जी (Gen Z) और जेनरेशन अल्फा (Gen Alpha) के बीच अंतर समझ रहे थे, एक और नई पीढ़ी का आगमन हो गया है. यह नई पीढ़ी है "जेनरेशन बीटा", जो 1 जनवरी 2025 से जन्मे बच्चों को कहा जाएगा. इस पीढ़ी का नाम उस वक्त की ऐतिहासिक और तकनीकी घटनाओं को ध्यान में रखते हुए रखा गया है.

आमतौर पर, किसी भी पीढ़ी का नाम उसके समय के जरूरी बदलावों जैसे कि युद्ध, आर्थिक परिवर्तन या तकनीकी विकास के आधार पर रखा जाता है. हर पीढ़ी का समय लगभग 15-20 साल का होता है, और इस दौरान समाज में बड़े बदलाव होते हैं, जो उस पीढ़ी के व्यक्तित्व और जीवन शैली को प्रभावित करते हैं.

जेनरेशन का नाम और इसके पीछे की कहानी

द ग्रेटेस्ट जेनरेशन (The Greatest Generation): 1901-1927

यह वो पीढ़ी थी, जिसे "द ग्रेटेस्ट जेनरेशन" कहा गया. इस पीढ़ी के लोगों ने महान मंदी (Great Depression) का सामना किया और द्वितीय विश्व युद्ध में भाग लेकर अपने देश की रक्षा की. इस पीढ़ी के लिए अपने परिवार की देखभाल करना और संघर्ष के दौरान काम करना एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती थी. वे अपने अनुभवों को अगली पीढ़ियों तक पहुंचाने में विश्वास रखते थे.

द साइलेंट जेनरेशन (The Silent Generation): 1928-1945

सेकंड वर्ल्ड वॉर और महामंदी के प्रभावों के कारण इस पीढ़ी को "द साइलेंट जेनरेशन" कहा गया. इस पीढ़ी के लोग बेहद मेहनती और आत्मनिर्भर थे. उन्होंने कठिन परिस्थितियों में अपने जीवन को संभाला और अधिकतर शांत रहने की प्रवृत्ति अपनाई.

बेबी बूमर जेनरेशन (Baby Boomer Generation): 1946-1964

सेकंड वर्ल्ड वॉर के बाद, जब जनसंख्या में तेजी से वृद्धि हुई, तो इस पीढ़ी का नाम "बेबी बूमर्स" पड़ा. बेबी बूमर्स ने अपने बच्चों को नए तरीके से पाला और तकनीकी परिवर्तनों के साथ तालमेल बिठाने की कोशिश की.

जेनरेशन X (Generation X): 1965-1980

जेनरेशन X के लिए इंटरनेट और वीडियो गेम जैसी नई चीज़ें सामने आईं. यह पीढ़ी तेजी से बदलते समाज में बड़ी हुई थी, और उनके माता-पिता ने हर तरह की सुविधा प्रदान करने की कोशिश की.

मिलेनियल्स या जेनरेशन Y (Millennials or Generation Y): 1981-1996

इस पीढ़ी को मिलेनियल्स कहा जाता है. इन्होने सबसे ज्यादा बदलाव देखे और टेक्नोलॉजी के साथ तालमेल बैठाया. इस पीढ़ी के लोग डिजिटल दुनिया के आदी थे और टेक्नोलॉजी में काफी माहिर हो गए थे.

जेनरेशन Z (Generation Z): 1997-2009

जेनरेशन Z के बच्चे डिजिटल युग में पले-बढ़े थे. इन्हें इंटरनेट और सोशल मीडिया जैसे प्लेटफॉर्म जन्म के तुरंत बाद ही मिल गए थे. यह पीढ़ी स्मार्टफोन और इंटरनेट के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकती. इस पीढ़ी के लोग डिजिटल दुनिया में पैसे कमाने के रास्ते भी अच्छी तरह से समझते हैं.

जेनरेशन अल्फा (Generation Alpha): 2010-2024

यह पहली पीढ़ी है, जो जन्म से पहले ही सोशल मीडिया और इंटरनेट के संपर्क में आई. ये बच्चे डिजिटल युग में पले-बढ़े हैं, और इनके माता-पिता पहले से इंटरनेट और सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हुए बड़े हुए हैं.

जेनरेशन बीटा (Generation Beta): 2025-2039

अब बात करते हैं नई पीढ़ी की, जिसे "जेनरेशन बीटा" कहा जाएगा. 1 जनवरी 2025 से जन्मे बच्चे इस पीढ़ी का हिस्सा होंगे. ये बच्चे एक ऐसी दुनिया में पले-बढ़ेंगे, जहां टेक्नोलॉजी उनके जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुकी होगी. जेनरेशन बीटा के बच्चे ऐसे समय में बड़े होंगे, जब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और अन्य एडवांस तकनीकें उनके रोजमर्रा के जीवन का हिस्सा होंगी.

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