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भूकंप से कुछ सेकेंड पहले इस जापानी यूट्यूबर का बजने लगा फोन, वीडियो देख यूजर्स बोले- इस टेक्नोलॉजी का नाम क्या?

जापान में आए 7.5 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप की तस्वीरें और वीडियो दुनियाभर में तेजी से वायरल हो रहे हैं. रिपोर्टों के मुताबिक, इस बड़े झटके में 30 लोग घायल हुए हैं, लेकिन जानमाल का बेहद मामूली नुकसान हुआ. यह सीधे-सीधे दिखाता है कि जापान ने कैसे अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी और बेहतर प्रशिक्षण के जरिए खुद को भूकंप जैसे खतरों से बचाने की तैयारी कर रखी है.

भूकंप से कुछ सेकेंड पहले इस जापानी यूट्यूबर का बजने लगा फोन, वीडियो देख यूजर्स बोले- इस टेक्नोलॉजी का नाम क्या?
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( Image Source:  @RajuValmikiN- X )
सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Published on: 9 Dec 2025 7:28 PM

जापान में आए 7.5 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप की तस्वीरें और वीडियो दुनियाभर में तेजी से वायरल हो रहे हैं. रिपोर्टों के मुताबिक, इस बड़े झटके में 30 लोग घायल हुए हैं, लेकिन जानमाल का बेहद मामूली नुकसान हुआ. यह सीधे-सीधे दिखाता है कि जापान ने कैसे अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी और बेहतर प्रशिक्षण के जरिए खुद को भूकंप जैसे खतरों से बचाने की तैयारी कर रखी है. वहां लोगों को बचाव की ट्रेनिंग बचपन से दी जाती है और भूकंप से ठीक पहले चेतावनी अलर्ट भी भेजे जाते हैं.

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एक वायरल वीडियो ने इस चर्चा को और गर्मा दिया है, इसमें एक जापानी यूट्यूबर लाइव स्ट्रीमिंग कर रही हैं, तभी उनके स्मार्टफोन में अचानक तेज वाइब्रेशन और अलर्ट साउंड बजता है. चेतावनी मिलते ही वह तुरंत स्टूडियो से निकल जाती हैं और कुछ सेकंड बाद जोरदार भूकंप शुरू हो जाता है. अब बड़ा सवाल ये है-क्या भारत के पास भी ऐसा कोई सिस्टम है?

जापान में भूकंप के दौरान यूट्यूबर को मिला ‘सेकंड्स पहले’ अलर्ट

मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पोस्ट के अनुसार, भूकंप के वक्त जापान में लोग रोजमर्रा के कामों में व्यस्त थे. तभी एक यूट्यूबर की लाइव स्ट्रीम में अचानक उनका फोन तेज आवाज और कंपन करने लगता है. फोन पर भूकंप का अलर्ट आते ही वह तुरंत वहां से हट जाती हैं. जबकि लाइव वीडियो चलता रहता है. कुछ देर बाद ज़मीन बुरी तरह हिलने लगती है.

जापान में हर साल करीब 2,000 भूकंप आते हैं. इतने भूकंपों से निपटने के लिए जापान के मौसम विभाग ने एक हाई-टेक अर्थक्वेक अर्ली वार्निंग सिस्टम (EEWS) विकसित किया है. यह सिस्टम शुरुआती झटकों को पकड़ते ही रेडियो, टीवी, मोबाइल फोन और सायरन के जरिए चेतावनी भेज देता है. कई सेकंड पहले दिया गया यह अलर्ट लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचने का समय देता है. खास बात यह है कि अलर्ट मिलते ही ट्रेन, लिफ्ट, और भारी मशीनें स्वतः बंद हो जाती हैं, जिससे हादसे रुक जाते हैं.

भारत में क्यों नहीं है ऐसा सिस्टम? सरकार ने संसद में बताया कारण

भारत में भूकंप अलर्ट को लेकर कई चर्चाएं होती रही हैं, लेकिन हकीकत यह है कि देश में अभी तक कोई प्रमाणित भूकंप पूर्व-चेतावनी प्रणाली मौजूद नहीं है. संसद में सरकार ने बताया था कि 'दुनिया में कहीं भी ऐसी वैज्ञानिक तकनीक मौजूद नहीं है जो भूकंप के समय, स्थान और प्रभाव की पूरी तरह सटीक भविष्यवाणी कर सके.' भारत में भूकंप के अलर्ट की दिशा में कुछ प्रयास जरूर हुए हैं. 2023 में Google ने Android स्मार्टफोन्स में Earthquake Alerts फीचर रोलआउट किया था. दावा किया गया था कि फोन के सेंसर झटकों को पहचानकर अलर्ट भेज देंगे. लेकिन एक साल से ज्यादा हो जाने के बावजूद भारत में किसी भी यूजर को ऐसा सक्रिय अलर्ट नहीं मिला.

आपके फोन में भी यह फीचर मौजूद है- लेकिन क्यों नहीं भेज रहा अलर्ट?

एंड्रॉयड फोन में Earthquake Alerts फीचर पहले से मौजूद रहता है. इसे चेक करने के लिए-

  • अपने स्मार्टफोन की Settings में जाएं
  • Safety & Emergency में जाकर Location पर क्लिक करें
  • नीचे की ओर Earthquake Alerts का विकल्प मिलेगा
  • अगर फीचर बंद है तो इसे ऑन कर दें

इसके बावजूद अभी तक कोई उदाहरण सामने नहीं आया है जिसमें इस फीचर ने भारतीय यूजर्स को भूकंप के बारे में अलर्ट दिया हो. विशेषज्ञों का कहना है कि यह सिस्टम तभी प्रभावी होगा जब भारत का व्यापक भूकंपीय डेटा Google को रियल-टाइम में उपलब्ध होगा जो अभी नहीं है.

क्या भारत भविष्य में जापान जैसा अलर्ट सिस्टम बना सकता है?

भारत एक बड़े भूकंपीय खतरे वाले देश के रूप में जाना जाता है, इसलिए EEWS जैसी तकनीक यहां और भी ज़रूरी है. वैज्ञानिक संस्थान इस दिशा में काम कर रहे हैं, लेकिन जापान की तरह व्यापक सेंसर नेटवर्क, उन्नत डेटा इंटीग्रेशन और ऑटोमेटेड रिस्पॉन्स सिस्टम विकसित करने में समय लगेगा.

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