जयपुर घूमना अब और भी मजेदार! शहर में चलाई जाएंगी 300 CNG-AC इलेक्ट्रिक बसें
Rajasthan Government: राजस्थान सरकार ने जयपुर के लिए 300 CNG-AC इलेक्ट्रिक बसें चलाने की घोषणा की है. शहरी मामलों के मंत्रालय के मानकों के तहत पब्लिक ट्रांसपोर्ट में 10 हजार की आबादी पर 6 बसों के हिसाब से 40 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों के लिए 2 हजार 400 बसों का प्रावधान है.

Jaipur News: दुनिया भर में जयपुर पिंक सिटी के नाम से मशहूर है. देश-विदेश से भारी संख्या में टूरिस्ट यहां घूमने के लिए आते हैं. जयपुर में बहुत से ऐतिहासिक किले और इमारतें हैं. हर महल किसी राजा-रानी की कहानी को बयां करता है. अब शहर में घूमना बहुत आसान होने वाला है. भजनलाल सरकार ने 300 नई CNG-AC इलेक्ट्रिक बसें चलाने का एलान किया है.
जानकारी के अनुसार, राजस्थान सरकार में मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने विधानसभा को बताया कि जयपुर शहर में 300 सीएनी एसी एवं 150 इलेक्ट्रिक बसों के संचालन की मंजूरी दी गई है. सरकार किराए पर भी बसें चलाएगी. मंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा, इसकी तकनीकी निविदा जल्द खोली जाएगी एवं इसके बाद परीक्षण के लिए कार्यवाही की जाएगी.
क्या है सरकार का प्लान?
शहरी मामलों के मंत्रालय के मानकों के तहत पब्लिक ट्रांसपोर्ट में 10 हजार की आबादी पर 6 बसों के हिसाब से 40 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों के लिए 2 हजार 400 बसों का प्रावधान है. अभी जेसीटीएसएल द्वारा जयपुर शहर में 27 मार्गों पर 200 बसों का संचालन किया जा रहा है. इसके अलावा सार्वजनिक परिवहन की सुविधा के लिए परिवहन विभाग द्वारा निर्धारित 43 मार्गों पर 2 हजार 424 मिनी बसों पर परमिट जारी हैं. साथ ही 41 हजार 913 ऑटो रिक्शा एवं 45 हजार 508 ई-रिक्शा रजिस्ट्रेशन हैं.
कंपनी के साथ चली रही बातचीत
मंत्री ने बताया कि अभी एक नई प्रक्रिया के तहत बसें खरीदने के मॉडल पर हमारी कुछ कंपनियों से बातचीत चल रही है. जिस तरह महाराष्ट्र में इलेक्ट्रिक और सीएनजी बसें लेते हैं वैसे ही नगर निकायों को बसों को किराए पर दे रखा है. हमारा काम सिर्फ कंडक्टर रखकर जनता को सेवा देना रहेगा. इससे जो भी घाटा होगा उसे सरकार उठाएगी.
हेमा मालिनी ने लिखा सीएम भजनलाल को लेटर
मथुरा से बीजेपी सांसद हेमा मालिनी ने राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा को एक पत्र लिखा है. जिसमें बिजली कर्मचारी की ट्रांसफर की सिफारिश पर एक बार फिर विचार करने की अपील की है. निरंजन भरतपुर का रहने वाला है. वह बिजली विभाग में नौकरी करता है और हिंडौन सिटी में उसकी पोस्टिंग है. उसकी पत्नी अपने भाई के साथ हेमा मालिनी के पास गईं. उसने कहा कि मेरी किसी से जान पहचान नहीं है. पति का ट्रांसफर नहीं हो पा रहा. 8 साल की बेटी है और मां-बाप नहीं है. फिर हेमा मालिनी ने महिला की परेशानी को समझते हुए राजस्थान सरकार को पत्र लिखा था.