4 बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार, असम में बढ़ रहे घुसपैठिए, भारत-बांग्लादेश सीमा कड़ी निगरानी
असम में गुरुवार (19 सितंबर) को करीमगंज में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास चार बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है. पहचान होने के बाद सभी को वापस बांग्लादेश भेज दिया गया. घुसपैठ को रोकने के लिए असम पुलिस सीमा पर कड़ी निगरानी रख रही है.

Assam News: असम में अवैध लोगों के अतिक्रमण को हटाने के लिए असम सरकार लगातार अभियान चला रहा है. असम में कई अन्य देशों के लोग आकर अवैध रूप से रह रहे हैं. इस बीच गुरुवार (19 सितंबर) को करीमगंज में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास चार बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने इन चार युवकों की पहचान रोमिदा बेगम, अब्दुल इलाही, मारिजना बेगम और अब्दुल सुक्कुर के रूप में की गई है. पहचान होने के बाद सभी को वापस बांग्लादेश भेज दिया गया.
पुलिस कर रही निगरानी
असम में अवैध घुसपैठ को रोकने के लिए असम पुलिस सीमा पर कड़ी निगरानी रख रही है. इससे पहले 16 सितंबर को, मनकाचर पुलिस ने असम-मेघालय सीमा पर स्थित दक्षिण सलमारा मनकाचर जिले में मिरजुमला रोड पर नाका तलाशी के दौरान पांच बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया था. इन व्यक्तियों को रात करीब 9 बजे उस समय रोका गया जब वे मेघालय से मनकाचर की ओर टेम्पो से जा रहे थे. आगे की जांच में पता चला कि गिरफ्तार किये गये व्यक्तियों में तीन महिलाएं और दो पुरुष थे.
मामले पर दी गई जानकारी
बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लेने के बाद अधिकारियों ने बताया कि यह समूह मेघालय के दालू क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करके भारत में घुसा था. कानून प्रवर्तन एजेंसियां वर्तमान में उनके अवैध प्रवेश से जुड़ी परिस्थितियों की जांच कर रही हैं और यह भी पता लगा रही हैं कि क्या सीमा पार से होने वाली गतिविधियों से जुड़े किसी बड़े नेटवर्क में उनकी संलिप्तता है.
असम में बढ़ रहे घुसपैठिए
असम में अवैध रूप से रहने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है. हाल ही में मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने फैसला किया कि एनआरसी में सभी को रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य होगा. इसके लिए जिलों में आधार कार्ड बनवाने के लिए एनआरसी नंबर देने होंगे.
बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद बढ़े मामले
पड़ोसी देश बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद घुसपैठियों की संख्या पहले से और अधिक हो गई है. इस पर नगर नजर बनाए हुए है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी, 2024 से अब तक राज्य में 54 घुसपैठिए पकड़े गए हैं. इन सब पर रोक लगाने के लिए असम में सभी नागरिकों का बायोमेट्रिक आधार कार्ड बनाया जा रहा है. जिन लोगों के कार्ड किसी वजह से नहीं बने उनके लिए प्रक्रिया एक बार फिर शुरू हो गई है.