पाक गवर्नर 40 लाख बाइकर्स के साथ सीमा पार करने की दे रहे थे धमकी, पेट्रोल ख़त्म होने पर हुई फजीहत | Video Viral
अप्रैल 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे. इसके जवाब में भारत ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' लॉन्च किया. इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के 11 हवाई ठिकानों को निशाना बनाया.;
पाकिस्तान के सिंध प्रांत के गवर्नर कामरान खान टेसोरी ने हाल ही में एक वीडियो जारी कर भारत को गीदड़-भभकी दी. उन्होंने कहा कि अगर भारत ने फिर से उकसाया, तो वह 40 लाख बाइकर्स के साथ भारत की सीमा पार करेंगे. इस धमकी को सच साबित करने के लिए उन्होंने 10-20 लोगों के साथ एक बाइक रैली भी निकाली. खुद टेसोरी एक 70cc मोटरसाइकिल पर सवार थे, लेकिन मजेदार बात यह हुई कि कुछ ही दूरी चलने के बाद उनकी मोटरसाइकिल का पेट्रोल खत्म हो गया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें एक शख्स कहता सुना गया पेट्रोल खत्म.'
सोशल मीडिया पर लोग इस पर खूब मजाक कर रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, 'पाकिस्तान की नई युद्ध रणनीति. 40 लाख बाइकर्स, बिना नंबर प्लेट और हेलमेट, भारत पर हमला करेंगे.' टेसोरी का यह बयान ऐसे समय आया जब भारतीय वायुसेना ने खुलासा किया कि उसने पाकिस्तान के 5 फाइटर जेट्स मार गिराए हैं, जिनमें एक हाईटेक AWACS विमान भी शामिल है. भारत के S-400 मिसाइल सिस्टम ने 300 किलोमीटर दूर से यह कार्रवाई की थी.
पकिस्तान का झूठ
अप्रैल 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे. इसके जवाब में भारत ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' लॉन्च किया. इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के 11 हवाई ठिकानों को निशाना बनाया. सैटेलाइट तस्वीरों में साफ दिखा कि पाकिस्तान के भोलारी एयरबेस पर खड़ा एक F-16 जेट अपने हैंगर में ही तबाह हो गया. इस हमले के बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने दावा किया कि उनका कोई भी विमान नहीं गिरा. हालांकि, पाकिस्तान का इस तरह झूठ बोलना कोई नई बात नहीं है.
पाकिस्तान का आर्थिक नुकसान
ऑपरेशन सिंदूर और बढ़ते तनाव के चलते पाकिस्तान और भारत दोनों ने एक-दूसरे की विमानन कंपनियों के लिए हवाई क्षेत्र बंद कर दिया. भारतीय विमानन कंपनियों के पाकिस्तान के ऊपर से उड़ान भरने पर रोक लगने से पाकिस्तान हवाई अड्डा प्राधिकरण को केवल दो महीनों में 4.1 अरब रुपये का नुकसान हुआ. यह आंकड़ा पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में रक्षा मंत्रालय की ओर से पेश किया गया.